कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने कमीशनखोरी व घटिया किस्म के सामानों की सप्लाई की जानकारी मिलने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने सप्लाई करने वाले वेंडर को ब्लैक लिस्टेड करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि जिम्मेदार एसीएमओ से इसकी रिकवरी की जाए।
बलिया : मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में कोविड रोकथाम के प्रयासों की समीक्षा की। इस दौरान कमीशनखोरी व घटिया किस्म के सामानों की सप्लाई की जानकारी मिलने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने सप्लाई करने वाले वेंडर को ब्लैक लिस्टेड करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि जिम्मेदार एसीएमओ से इसकी रिकवरी की जाए। वहीं, तिथिवार सैम्पलिंग व रिपोर्ट के बारे में सही सटीक जानकारी नहीं दे पाने पर जिला सर्विलांस अधिकारी को फटकार लगाई। कहा, सर्विलांस का कार्य सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में एक है। इसलिए इसके प्रति गम्भीर रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेट मरीजों तक रैपिड रिस्पांस टीम कम से कम तीन बार जरूर विजिट कर लें। बैठक में उन्होंने सैम्पलिंग से लेकर निगरानी समिति और सेक्टरवार तैनात किए गए मजिस्ट्रेट के कार्यो की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जो सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं, वह गांव में भ्रमण जरूर करते रहें। इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट या फील्ड में तैनात कर्मचारियों को कोविड-19 की सावधानियों जैसे मास्क लगाने का तरीका, सामने से किसी से बात नहीं करना, आदि के बारे में पूरी जानकारी हो। इसी क्रम में मंडलायुक्त ने अशर्फी अस्पताल के प्रतिनिधि से वहां की सेवाओं के बारे में जानकारी ली। सरकारी अस्पताल में सिटी स्कैन होने से संबंधित पूछताछ सीएमएस की। उन्होंने कहा कि निगरानी समिति को हमेशा सक्रिय रखा जाए जिन मरीजों को दवा की जरूरत हो, निगरानी समिति के माध्यम से उन्हें दवा किट उपलब्ध कराई जा सकती है। कम्युनिटी किचन के बारे में अपर जिलाधिकारी से जरूरी जानकारी ली। कहा कि क्वारंटाइन में रह रहे जरूरतमंद लोगों को भोजन जरूर उपलब्ध करा दिया जाए। ऑक्सीजन प्लांट से संबंधित जानकारी लेने पर सीडीओ ने बताया कि इसके लिए टेंडर अपलोड हो गया है। ऑक्सीजन सप्लाई से संबंधित बेड के बारे में सीएमएस ने विस्तृत जानकारी दी।
सैम्पल को लैब में भेजने में न हों विलंब
सैंपलिंग व लैब से आने वाली रिपोर्ट की समीक्षा के बाद मंडलायुक्त श्री पन्त ने कहा कि जिस दिन सैंपल हो रहा है, उसके अगले दिन सुबह तक हर हाल में लैब तक सभी सैंपल भेज दिए जाएं। सीएमओ को निर्देश दिया कि शाम 5 बजे तक सभी सैम्पलिंग हो जाए तो उसको गोरखपुर लैब में भिजवाने में विलम्ब नहीं होना चाहिए। डाटा फीडिंग को लेकर उन्होंने कहा कि पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों डेटा फीड कराया जाए। लैब टेक्नीशियन की संख्या और बढ़ाने के निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी अदिति सिंह, सीडीओ प्रवीण वर्मा, एडीएम रामआसरे, सीएमओ डा राजेंद्र प्रसाद, एसडीएम सदर राजेश यादव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
कमांड सेंटर व जिला अस्पताल का किया निरीक्षण
कमिश्नर ने विकास भवन में संचालित इंटीग्रिटेड कंट्रोल व कमांड सेंटर, जिला अस्पताल का भी निरीक्षण किया। कमांड सेंटर में संचालित पांचों सेल के कार्यों के बारे में पूछताछ की और जरूरी दिशा-निर्देश दिए। जिला अस्पताल में बेड व चिकित्सा सुविधाओं के बाबत जानकारी ली।