मुख्यमंत्री के आगमन पर जाम मुक्त दिखा शहर, साफ-सफाई से चमक रहा था जिला अस्पताल। लंबे समय से ओवर ब्रिज पर बने गड्ढ़ों को भरवाया लेकिन उनके जाने के बाद बलिया अपने उसी स्थान पर पुन: खड़ा हो गया। शहर में जल जमाव, बजबजाती नालियां, एनएच-31 की खराब सड़क पर रेंगती जिंदगिंयां और क्रय केंद्रों पर परेशान किसानों की शोर फिर सुनायी देने लगी। कुल मिलाकर यहां की अहम समस्याओं के निदान के लिए जनता को अभी और इंतजार करना होगा।
बलिया : मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर शुक्रवार को शहर में हर तरफ चर्चा थी। जिला अस्पताल के वार्डों में बेड की पुरानी चादर नई नजर आई। माइक से कोरोना से बचाव के लिए प्रचार हो रहा था। ओवरब्रिज के हर ज्वाइंट पर चार साल से गड्ढा भरा हुआ था। उसमें गिरकर हर दिन लोग घायल होते रहते थे, उसकी मरम्मत में मामूली खर्च था लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे थे। मुख्यमंत्री के आगमन की हनक से गड्ढ़े गायब हो गये। विकास भवन से कलेक्ट्रेट तक सब कुछ बेहतर दिखा। शहर में प्रवेश करने पर कटहल नाला में मुख्यमंत्री को गंदगी न दिखे, इसलिए पुल के दाेनों तरफ टीन शेड लगाकर ढंक दिया गया, उस पर नगरपालिका ने लिखवा दिया-‘स्वच्छ बलिया, सुंदर बलिया’। आज पूरा शहर भी जाममुक्त था। जबकि कोई ऐसा दिन नहीं, जिस दिन जाम से लोग जूझते नहीं हो। शहर की दुकानों पर भी यह चर्चा हो रही थी मुख्यमंत्री जी आने वाले हैं..इसलिए शहर को चमकाया जा रहा है। जिला अस्पताल को सजाया जा रहा है। वह किसी गांव का भी निरीक्षण करेंगे इसलिए शहर से सटे गांव हैबतपुर को संवारा जा रहा है। शहर के लोगों से बात करने पर कई लोग बोले..भइया सरकार की मंशा के अनुसार यदि अधिकारी हर दिन ऐसे ही काम करें तो कोई समस्या ही न रहे लेकिन अधिकारी तभी नींद से जागते हैं जब मुख्यमंत्री का आगमन होता है, उनके जाने के बाद फिर लापरवाही शुरू हो जाती है। अपना बलिया वहीं खड़ा हो जाता है जहां वर्षों से कई समस्याओं को लिए खड़ा है।
अहम समस्याओं की फिर नहीं हुई चर्चा
कोरोना की पहली लहर में मुख्यमंत्री 26 जुलाई को जब बलिया पहुंचे थे, उस वक्त भी उनका ध्यान जनपद की अहम समस्याओं तक सीएम का ध्यान नहीं जाने दिया गया। इस बार भी वैसा ही हुआ, मुख्यमंत्री को जनपद की मुख्य समस्याओं से दूर ही रखा गया। जनपद के कई लोग यह चाहते थे कि मुख्यमंत्री शहर के जलजमाव को देखें, एनएच-31 दुर्दशा को देखें, पहले से चयनित गांव को छोड़ किसी अन्य गांव का निरीक्षण करें, क्रय केंद्रो पर परेशान किसानों की परेशानी देखें लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हो पाया। मुख्यमंत्री 11:40 बजे बलिया पहुंचे, 11:48 बजे जिला अस्पताल के का निरीक्षण किए। 12:05 पर हैबतपुर गांव में गए और पहले से तैयार व्यवस्था के बीच निरीक्षण किए। उसके बाद कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों को निर्देश दिए, मीडिया से मुखातिब हुए और बलिया से रवाना हो गए। जबकि आमलोग यह चाहते थे कि यहां के जनप्रतिनिधि और अधिकारी मुख्यमंत्री के सामने बलिया की अहम समस्याओं को रखें। उसके निदान पर अपना सुझाव दें। बलिया से मेडिकल कालेज की मांग लंबे समय से हो रही है। इस मांग को भी सीएम के सामने मजबूती से रखें, लेकिन दो बार से ऐसा कुछ भी होते नहीं दिख रहा है।
बोले सीएम-बलिया में छह नए आक्सीजन प्लांट जल्द
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि बलिया में छह नए आक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे। जिला अस्पताल में एक आक्सीजन प्लांट चालू हो गया है। बहुत जल्द प्रदेश में 431 नए प्लांट लगने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत मई से दिवाली तक हर जरूरतमंद के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न की व्यवस्था की जा रही है। प्रति यूनिट पांच किलो चावल या गेहूं हर जरूरतमंद को केंद्र सरकार मुफ्त उपलब्ध करा रही है। प्रदेश में 15 करोड़ लोग प्रति माह लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में प्रदेश में सिर्फ सात लाख मीट्रिक टन गेहूं क्रय हुआ था, लेकिन गुरुवार तक 54 लाख मीट्रिक टन क्रय कर लिया गया है। बलिया में 85 हजार मीट्रिक टन से अधिक गेहूं किसानों से क्रय हुआ, बीते वर्ष 48 हजार मीट्रिक टन गेहूं क्रय हुआ था। हम काफी आगे हैं। फिर भी प्रशासन को सख्त निर्देश दिया है कि 22 जून तक केंद्रों को बेहतर ढंग से संचालित करें।