यूपी को बिहार से जोड़ता है यह राष्ट्रीय राज मार्ग, चार साल से खराब। गाजीपुर से बलिया मांझी घाट तक 130 किमी में होना है मरम्मत कार्य। जून 2020 में 102 करोड़ में हुआ था टेंडर, मरम्मत कार्य में लापरवाही की पार की हद, लोगों में बढ़ा आक्रोश।
बलिया : यूपी-बिहार को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-31 की मरम्मत को लेकर चार साल से बलिया के लोग आंदोलन कर रहे हैं। सड़क के निर्माण को लेकर राजनीति भी खूब हुई। लोगों की शोर के बाद गाजीपुर से मांझी घाट तक लगभग 130 किमी के मरम्मत कार्य के लिए जून 2020 में 102 करोड़ में टेंडर हुआ। कार्य करने की अवधि एक साल दी गई लेकिन संबंधित कंपनी ने पूरे एक साल में बैरियामें ज्यादा खराब 30 किमी भी सड़क की मरम्मत नहीं करा सकी। जयपुर के ममर्स कृष्णा इंफ्रास्ट्रक्चर के जिम्मे यह कार्य सौंपा गया है। एनएचएआई के अधिकारी ही बताते हैं कि कंपनी ने एक साल में लगभग 20 किमी ही सड़क का निर्माण कराया है।
कभी नहीं झेली ऐसी फजीहत
एनएच-31 पर ऐसी फजीहत कभी भी किसी ने नहीं झेली है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों की चेतावनी के बाद भी कार्य में कोई प्रगति नहीं देखा गया। जब यह टेंडर हुआ तब कहा जा रहा था कि गाजीपुर और मांझी घाट दोनों तरफ से सड़क का मरम्मत कार्य होगा। इस क्रम में बैरिया से मांझी घाट तक के लिए कार्य जरूर लगा भी लेकिन आधा-अधूरा करके छोड़ दिया गया। आमलोग कहते हैं कि यदि संबंधित कंपनी चाहती तो बेलहरी से मांझी घाट तक लगभग 30 किमी का कार्य एक सप्ताह में खत्म कर सकती थी लेकिन कंपनी की मनमानी बेहिसाब है।
- राष्ट्रीय राज मार्ग-31 और मरम्मत कार्य
- गाजीपुर से बलिया से मांझी घाट तक 130 किमी है दूरी।
- 102 करोड़ की लागत से होना है मरम्मत कार्य।
- जून 2020 में जयपुर राजस्थान की कंपनी को मिला यह काम।
- एक साल में मात्र 20 किमी में कंपनी ने किया काम।
- एनएचएआइ को 2012 में हस्तानांतरित हुई यह सड़क।
- वर्ष 2018 तक एनएचएआइ वाराणसी के जिम्मे था यह एनएच।
- वाराणसी ने मई 2018 में आजमगढ़ को किया हस्तानांतरित।
बोले तकनीकी प्रबंधक-कार्यदायी संस्था को दी है चेतावनी
एनएचएआइ के तकनीकी प्रबंधक योगेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि कोरोना को लेकर संबंधित कंपनी को मरम्मत कार्य के लिए समय बढाया गया है। यह सही है कि कंपनी ने आपेक्षित कार्य नहीं किया है। मुहम्दाबाद में कंपनी के लोगाें ने अपना बड़ा प्लांट स्थापित किया है। हर दिन बात हो रही है। मानसून के दरम्यान भी मौसम ठीक रहने पर कार्य जारी रहेगा। संबधित कंपनी को कड़ी चेतावनी देने के साथ ही भुतान भी रोका गया है।