उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में 22 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। इनमें से 21 उम्मीदवार सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हैं। 22 जिलों सहारनपुर, बहराइच, इटावा, चित्रकूट, आगरा, गौतम बुद्ध नगर, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अमरोहा, मुरादाबाद, ललितपुर, झांसी, बांदा, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, गोरखपुर, मऊ, वाराणसी, पीलीभीत और शाहजहांपुर में जिला पंचायत के अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ है। राज्य के बाकी 53 जिलों में आज मतदान है और शाम तक इसका फैसला भी हो जाएगा। यह चुनाव विधान सभा चुनाव की पटकथा भी लिखेगा।
विधान सभा चुनाव की पटकथा भी लिखेगा बलिया का नतीजा
बलिया : प्रदेश के आखिरी छोर पर स्थित चर्चित जिला बलिया की बात करें तो यहां की जग इस बार काफी दिलचस्प है। यहां भाजपा की ओर से सुप्रिया चौधरी प्रत्याशी हैं तो सपा की ओर से पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी की पुत्र आनंद चौधरी पर पार्टी ने दांव लगाया है। दोनों तरफ से पार्टी के सभी दिग्गज जिला पंचायत अध्यक्ष का पद अपने पाले में करने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। माना जा रहा है कि इस चुनाव बलिया में विधान सभा चुनाव की पटकथा भी लिखी जाएगी। यह सीट यदि भाजपा निकालती है तो यहां के फेफना विधायक व सरकार में मंत्री उपेंद्र तिवारी, नगर विधायक व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल सहित पार्टी के सभी विधायकों और दिग्गज नेताओं का कद प्रदेश स्तर पर ऊंचा होगा लेकिन यदि भाजपा को पराजय का मुंह देखना पड़ा तो सपा के पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी, पूर्व मंत्री नारद सहित सपा के विधान सभा स्तर के नेता सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के दिलों में विशेष स्थान बनाने में कामयाब होंगे। भाजपा और सपा दोनों दलों के नेताओं के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा और भविष्य से जुड़ गया है। दिन के 11 बजे से तीन बजे तक मतदान होगा और उसके बाद मतगणना कर विजयी प्रत्याशियों की घोषणा की जाएगी। उसके बाद शहर से लेकर हर विधान सभा में विजयी पक्ष यह बताने की कोशिश करेगा कि यूपी विधान सभा चुनाव में उसकी फतह को कोई नहीं रोक सकता। चुनाव से कुछ घंटे पूर्व तक दोनों तरफ से जीत के दावे किए जा रहे हैं। कौन बाजी मारेगा यह बात अभी तक जनता नहीं समझ पा रही है।
विधान सभा स्तर के नेता भी सक्रिय
जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में विधान सभा स्तर के नेता भी सक्रिय हैं। बलिया विधान सभा बेल्थरारोड, रसड़ा, सिंकंदरपुर, फेफना, बलिया नगर, बांसडीह, बैरिया में दोनों दलों के छोटे बड़े नेता भी इस चुनाव में जी जान से लगे हैं। चुनाव का नतीजा आज यह बताएगा कि कौन किस पर कितना भारी है। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में यूपी की हर सीट पर दोनों दलों के शीर्ष नेता भी नजर रख रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मयावती भी हर सीट पर नजर गड़ाए हुए हैं।
निर्विरोध अध्यक्ष बनाने में सरकारों का ही रहा दबदबा
इस चुनाव से पहले 2016 में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव हुए थे, तब अखिलेश यादव की सरकार थी। उस वक्त सरकार ने 38 जिलों में निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया था। वर्ष 2010 में मायावती की सरकार थी, उस वक्त सरकार ने 20 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध बनाया था।