जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव हो गया लेकिन सियासी तनाव कायम है। समाजवादी पार्टी व भारतीय जनता पार्टी के बीच विवाद खत्म होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। तू-तू मैं-मैं व कहासुनी के बाद मामला गाली-गलौच तक पहुंच चुका है।
बलिया : जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव हो गया लेकिन सियासी तनाव कायम है। समाजवादी पार्टी व भारतीय जनता पार्टी के बीच विवाद खत्म होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। तू-तू, मैं-मैं व कहासुनी के बाद मामला गाली-गलौच तक पहुंच चुका है। रविवार को राज्यमंत्री उपेंद्र तिवारी को गाली देने का वीडियो वायरल हाेने के बाद माहौल और गरमा गया। इससे आक्रोशित भाजपा नेताओं ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर कार्रवाई की मांग की है। वायरल वीडियो में खेल, युवा कल्याण एवं पंचायतीराज मंत्री के खिलाफ सपा का झंडा लिए कई युवा अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए नारेबाजी कर रहे हैं। यह वीडियो मतदान के दिन शनिवार का बताया जा रहा है, इससे दोनों दलों के बीच तल्खी बढ़ गई है और घमासान तेज हो गया है। रविवार को भाजपा जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने एसपी डा. विपिन ताडा से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। एसपी ने शहर कोतवाल को मामले की जांच करने को कहा है।
बोले मंत्री-लोकतंत्र की स्वस्थ परंपरा में विघ्न डालने की हो रही कोशिश
मंत्री उपेंद्र तिवारी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के लोगों ने जीत के बाद नग्न तांडव किया है। यह स्वस्थ परंपरा में विघ्न डालने की कोशिश है। यह लोकतंत्र की हत्या है, इससे साफ जाहिर है कि जहां भी सपा जीतेगी वहां गाली-गलौच आम बात होगी। सपा मुखिया अखिलेश यादव को भी इस पर विचार करना चाहिए।
बोले सपा के जिलाध्यक्ष-वायरल वीडियो में गंदी भाषा का इस्तेमाल निंदनीय
इस प्रकरण में सपा के जिलाध्यक्ष राजमंगल यादव ने कहा कि वायरल वीडियो में जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया गया है वह निंदनीय है। यह अराजक तत्वों का काम है। उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता ऐसा कभी नहीं कर सकते हैं। पार्टी लोकतंत्र में विश्वास रखती है। इसके कार्यकर्ता मर्यादा में रहकर कार्य करते हैं।