मंत्री उपेंद्र तिवारी को अपशब्द कहे जाने का मामला गरमाता जा रहा है। पुलिस की कार्रवाई के बीच पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी ने भी पलटवार किया तो मंत्री की 90 वर्षीय माता बोलीं..मेरा क्या कसूर जो बुजुर्ग अवस्था में सुननी पड़ी गाली। गाली देने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
बलिया : खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी को अपशब्द कहे जाने का मामला गरमाता जा रहा है। पुलिस की कार्रवाई के बीच सोमवार को पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी ने भी पलटवार किया। सपा कार्यालय पर एक प्रेसवार्ता में कहा कि यह भाजपा की साजिश है। सपा कार्यालय पर भीड़ के बीच भाजपा के गुर्गों को भेजकर ऐसा कृत्य कराया गया है।
मामले की उच्चस्तरीय जांच व दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। पूर्व मंत्री ने कहा कि अपशब्द भाषा के प्रयोग से जुड़े वीडियो में राजेंद्र यादव नाम का जो व्यक्ति नारा लगाता हुआ दिख रहा है, उसकी भाजपा के कई नेताओं के साथ तस्वीरें सामने आई हैं।
मंत्री की मां बोलीं-मेरा क्या कसूर, जो 90 साल की अवस्था में सुनी गाली
मंत्री उपेंद्र तिवारी को अपशब्द कहे जाने पर उनका परिवार भी मर्माहत है। शहर के टैगोरनगर स्थित आवास पर मंत्री की 90 वर्षीय माता रमुनी देवी का रोते हुए वीडियो वायरल हुआ है। वह अपना पक्ष रखते हुए फफक पड़ीं। कहा कि राजनीति में मेरा बेटा है, वह समाज की सेवा करता है। इसमें मेरा क्या कसूर है जो सपा के लोगों ने मुझे सामूहिक रूप से गाली दी, मेरी बहू को गाली दी। इतना कहने के बाद कुछ देर के लिए उनकी आवाज थम सी गई। फिर बोलीं कि राजनीति में जीत-हार अपनी जगह है लेकिन जीत के जश्न में इतना भी पागल नहीं हो जाना चाहिए कि बुजुर्ग महिला को सैकड़ों की भीड़ में गाली दी जाए। ऐसे लोगों पर उन्होंने सख्त सजा की मांग की। उधर मंत्री की पत्नी बोलीं कि मेरे पति राजनीति में हैं, इसका मतलब यह नहीं होता कि उनके परिवार के लोगों को बीच चौराहे पर गाली दी जाए। सपा के लोगों ने जिस तरह से जीत के बाद गाली दिया है, उससे मेरा पूरा परिवार मर्माहत है। क्या यही सपा का समाजवाद है।