बलिया : खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी और उनके स्वजनों को अपशब्द कहे जाने के मामले में पुलिस ने अब और कड़ा रुख अपनाया है। मंगलवार को पुलिस ने वादी के बयान के आधार पर कई और बड़ी धारा मुकदमे में बढ़ा दी है। नाबालिग पर टिप्पणी करने के कारण नव निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष आनंद चौधरी और उनके पिता पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी समेत सभी आरोपितों पर पाक्सो एक्ट लगा दिया गया है, इससे आरोपितों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। इधर, मंगलवार को आरोपित पूर्व जिला पंचायत सदस्य अमित यादव, सपा नेता दिनेश यादव व राजमंगल ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में सरेंडर कर दिया। कोर्ट से तीनों की जमानत मंजूर हो गई। पुलिस ने इस मामले में सोमवार को पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था। इन सबकी न्यायालय से जमानत हो गई। फरार चल रहे अन्य की तलाश में सीओ सिटी विक्रमादित्य सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। प्रकरण में कुल 10 आरोपित बनाए गए हैं, अभी जिला पंचायत अध्यक्ष व पूर्व मंत्री समेत पांच आरोपित की गिरफ्तारी बाकी है। यह है पूरा मामला : जिला पंचायत चुनाव के दिन जीत के बाद सपा समर्थकों द्वारा खेल मंत्री व उनके स्वजनों को लक्षित कर अपशब्द भरे नारे लगाए गए। मामले में अश्विनी तिवारी की तहरीर पर जिला पंचायत अध्यक्ष, पूर्व मंत्री समेत दस लोगों को नामजद किया गया। सैकड़ों अज्ञात पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस धारा 147, 148, 149, 342, 500, 504, 506, 354, 354 ए (4), 354 बी और 7-8 पाक्सो एक्ट के तहत विवेचना कर रही है। कोतवाल बाल मुकुंद मिश्रा ने बताया कि वादी के बयान व तहरीर में नाबालिग पर अपशब्द पर धाराएं बढ़ाई गई हैं।
वीडियो के आधार पर शिनाख्त हुई तेज
पुलिस ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है। वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस इसमें शामिल लोगों की शिनाख्त में पुलिस जुट गई है। सीओ सिटी विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि मिड्ढा के युवक की शिनाख्त की गई है। उसकी गिरफ्तारी का प्रयास तेज हो रहा है।