बैरिया थाना क्षेत्र के चिरैया मोड़ और देवराज ब्रह्म मोड़ के बीच शिव मंदिर के पास बुलेट सवार दो नकाबपोश बदमाशों ने बुधवार दोपहर करीब 12 बजे जिस तरह से जलेश्वर सिंह को गोलियों से छलनी किया वे सामान्य अपराधी नहीं हो सकते। जलेश्वर के सिर, पेट व पीठ में कुल 12 गोलियां लगी थीं।
बलिया : बलिया के बैरिया में दिनदहाड़े मर्डर का सिलसिला कब थमेगा, इस पर पूरे इलाके में मंथन होने लगा है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य बलबीर सिंह उर्फ जलेश्वर सिंह (32) की तरह ही दिनदहाड़े पहले भी हत्याएं हो चुकी हैं। शांत रहने वाले बैरिया को क्या हो गया है। बैरिया थाना क्षेत्र के चिरैया मोड़ और देवराज ब्रह्म मोड़ के बीच शिव मंदिर के पास बुलेट सवार दो नकाबपोश बदमाशों ने बुधवार दोपहर करीब 12 बजे जिस तरह से जलेश्वर सिंह को गोलियों से छलनी किया वे सामान्य अपराधी नहीं हो सकते। जलेश्वर के सिर, पेट व पीठ में कुल 12 गोलियां लगी थीं। फायरिंग में उसके साथ मौजूद वार्ड नंबर-6 की जिपं सदस्य आकांक्षा सिंह के पति चांदपुर निवासी व यूपी कॉलेज वाराणसी छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष अमृतेश सिंह उर्फ सबल भी घायल हो गए। उनके कमर में गोली लगी थी, अब वह खतरे से बाहर हैं। पुलिस हर बिंदू की जांच करने में जुटी है। इस हत्या के पीछे किसका हाथ है अभी तक इस राज से पर्दा नहीं हट सका है। बैरिया एसएचओ राजीव मिश्रा, बैरिया सीओ राजेश त्रिपाठी, अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार सहित तमाम पुलिस अधिकारी इस कांड में शामिल अपराधियों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रहे हैं। घायल अमृतेश सिंह सबल ने बताया कि हम लोग सोनबरसा वार्ड नंबर-तीन से जिला पंचायत के प्रत्याशी रहे सोनबरसा निवासी हैप्पी सिंह के पिता के निधन के बाद उनसे मुलाकात कर लौट रहे थे। चिरैया मोड़-देवराज ब्रह्म के बीच स्थित गाड़ी मैकेनिक की दुकान पर रुक गए। वहां गाड़ी से उतरकर मैने मिस्त्री को गाड़ी ठीक करने के लिए पैसे दिए। वापस जैसे ही गाड़ी में बैठे और जलेश्वर ने गाड़ी स्टार्ट की तभी सामने से बुलेट से आए दो नकाबपोश बदमाश स्वचालित पिस्टल व रिवाल्वर से जलेश्वर पर अंधाधुंध फायर करने लगे। उसी में से एक गोली मुझे लगी। जलेश्वर की मौत की तसल्ली हो जाने पर असलहा लहराते बदमाश बुलेट घुमा कर रेवती की तरफ भाग गए। घटनास्थल के आसपास करीब 30 से 40 लोग थे। किसी ने भी उन्हें रोकने का साहस नहीं किया। बदमाशों के जाने के बाद लोग दोनों लोगों को सोनबरसा अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सक ने जलेश्वर को मृत घोषित कर दिया।
जेल में रहकर कम उम्र में बने थे जिपं सदस्य
बैरिया पश्चिम टोला निवासी पूर्व जिला पंचायत सदस्य बलबीर सिंह उर्फ जलेश्वर सिंह का विवादों से पुराना रिश्ता रहा है। 2010 में जेल में रहकर ही जिला पंचायत सदस्य पद पर निर्वाचित हो गए थे। इन पर नौ आपराधिक मुकदमा कायम है। हालांकि पिछले तीन-चार वर्षों में केवल एक मुकदमा दर्ज हुआ था। वह बैरिया थाने का हिस्ट्रीशीटर था। वह जमीन की खरीद-बिक्री व ठेकेदारी में पूरी तरह से व्यस्त हो गए थे। उन्हें आभास भी नहीं था कि उनकी हत्या की साजिश रची जा रही है। बदमाशों ने फिल्मी स्टाइल में गोली मारकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। शिक्षक जय मंगल सिंह के पुत्र चार भाइयों में यह तीसरे नंबर पर थे। अभी तक उन्होंने शादी नहीं की थी। इनकी हत्या क्यों हुई, किसने कराई, यह अभी रहस्य है।
डेढ़ दशक में बैरिया में आधा दर्जन लोगों की हत्या
बैरिया में 2007 में युवा समाजसेवी बैरिया पश्चिम टोला निवासी अविनाश सिंह विदेशी की बैरिया त्रिमुहानी स्थित एक कपड़े की दुकान में बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसके बाद शिवाल मठिया के प्रधान पवन यादव को मधुबनी के निकट साल 2008 में दिनदहाड़े गोली मारकर बदमाशों ने हत्या कर दी गई। 2012 में बिल्डिग मैटेरियल के प्रमुख व्यवसायी उपेंद्र वर्मा को रंगदारी नहीं देने पर बदमाशों ने गोली मार मौत के घाट उतार दिया था। पिछले महीने संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से ज्ञान प्रकाश सिंह की मौत हो गई थी। अब दिनदहाड़े पूर्व जिला पंचायत सदस्य जलेश्वर सिंह को गोलियों से छलनी कर दिया।
बैरिया में बंद रहीं दुकानें, आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम
पूर्व जिला पंचायत सदस्य बलबीर सिंह उर्फ जलेश्वर सिंह हत्याकांड से लोगों में आक्रोश है। लोगों ने बुधवार दोपहर बाद बैरिया बाजार को बंद करा दिया। साथ ही नारेबाजी करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर प्रदर्शन किया। वाहनों को आड़े-तिरछे खड़ाकरा कर हाईवे जाम कर दिए। इससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। जनता हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग करती रही। अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने प्रदर्शन करने वालों से बातचीत की। आश्वासन दिया कि पीड़ित परिवार के साथ न्याय होगा। अपराधी पकड़े जाएंगे, इसके लिए पुलिस टीम छापेमारी कर रही है। इसके बाद जाम समाप्त हुआ।