तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक की मांग पर वित्त नियंत्रक ने जारी की रकमत्रिस्तरीय समिति की जांच में की रिपोर्ट पर हुई कार्रवाई, आगे की भी होगी जांच। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में पटल सहायक थे श्याम नारायण शुक्ला। खेजुरी में स्थित श्री अमर संस्कृत उच्च माध्यमिक विद्यालय से जुड़ा है मामला।
बलिया : जनपद के खेजुरी में स्थित श्री अमर संस्कृत उच्च माध्यमिक विद्यालय में बना विभागीय अनुमति के दो शिक्षिकाओं को 3.31 करोड़ वेतन खाते की धनराशि निकालने के मामले में जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के पटल सहायक श्याम नारायण शुक्ला को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया गया। इस बात की सूचना मिलते ही कार्यालय में खलबली मच गई।
इस मामले में संयुक्त शिक्षा निदेशक आजमगढ़ ने 14 अक्टूबर, 2020 को शासन को अवगत कराया था कि तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक बलिया की मांग के आधार पर वित्त नियंत्रक माध्यमिक ने 20 सितंबर, 2020 को 1,98,63,476 का भुगतान किया है। इसके पहले बलिया के माध्यमिक शिक्षा के वित्त एवं लेखाधिकारी की मांग पर 27 दिसंबर, 2019 को 1,32,88,985 की रकम आवंटित की गई थी। दोनों धनराशि का भुगतान दो शिक्षिकाओं किरण मिश्रा व भारती जायसवाल को करके बड़े पैमाने पर धन का दुरुपयोग किया गया है। मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक के पत्र पर विशेष सचिव जयशंकर दुबे ने उच्चस्तरीय जांच का आदेश शिक्षा निदेशक माध्यमिक को दिया। प्रकरण की जांच के लिए गठित त्रिस्तरीय समिति ने संयुक्त शिक्षा निदेशक आजगमगढ़ को अवगत कराया कि उक्त धनराशि के दुरुपयोग में पटल सहायक श्यामनारायण शुक्ला, (प्रभारी लेखाधिकारी संस्कृत) जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय बलिया की संलिप्ता पाई गई है। जिसके बाद सहायक शिक्षा निदेशक नंदलाल सिंह व अपर शिक्षा निदेशक बेसिक डा. सरिता तिवारी प्रयागराज की संस्तुति पर डीआइओएस आधार पर उन्हें निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में उन्हें प्रधान सहायक मंडलीय कार्यालय से संबंद्ध किया गया है। इस प्रकरण में आगे की जांच के लिए मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक वाराणसी को पदेन जांच अधिकारी नामित किया गया है। जांच के घेरे में बलिया के तत्कालीन डीआइओएस तथा माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के वित्त नियंत्रक भी हैं।