बलिया : कोरोना की तीसरी लहर की चुनौतियों के बीच मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. तन्मय कक्कड़ ने मंगलवार को सीएमओ का पदभार संभाल लिया। पहले दिन वह कार्यालय जाकर विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों से मुलाकात किए। इससे पहले वह उन्नाव जनपद में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पद पर कार्यरत थे। बलिया में उन्हें पहली बार मुख्य चिकित्सा अधिकारी का उत्तरदायित्व मिला है। उन्होंने बताया की हमारी प्राथमिकताओं में जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने की दिशा में काम होगा। सरकार की तरफ से जो योजनाएं चलायी जा रहीं हैं, उसको समाज के अंतिम व्यक्ति तक पारदर्शी तरीके से पहुंचाया जाएगा। गलत करने वाले चाहे जो भी हों बख्शे नहीं जाएंगे।
विभागीय भ्रष्टाचार मिटाना भी अहम चुनौती
नवागत सीएमओ के लिए विभागीय भ्रष्टाचार मिटाना भी बड़ी चुनौती हैं। कोरोना काल में विभाग में ऐसे कई खेल हुए जिसने विभागीय व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। विभाग में लंबे समय से जमे कुछ धुरंधर बाबू भी जहां भी मौका मिलता है, अपनी रोटी सेकने से बाज नहीं आते। तत्काल के ही कुछ मामलों पर गौर करें तो बलिया के दिवंगत सीएमओ डा. जितेंद्र पाल के पेंशन व अन्य देयकों के भुगतान में लापरवाही के प्रकरण को मुख्यमंत्री ने संज्ञान में लिया तब जाकर उक्त मामले में वरिष्ठ लिपिक गोपाल कुमार को निलंबित कर उन्हें ललितपुर संबद्ध किया गया। इस मामले में धनउगाही के आरोप थे। कोरोना काल में जेम पोर्टल से 25 लाख के घटिया कोविड सुरक्षा किट खरीदे जाने के मामले में भी विभाग की काफी किरकिरी हुई। वर्ष 2019 में करीब 50 लाख के गबन के मामले में भी एक कनिष्ठ लिपिक को अभयदान देने का मामला पूर्व सीएमओ के कार्यकाल में खास चर्चा में रहा। अब नवागत सीएमओ के हाथ में विभाग की बागडोर है और बेहतरी की उम्मीद में आमजनमानस।