बलिया पहुंचे जलशक्ति मंत्री डा. महेंद्र सिंह, बोले…तैयारी पूरी, प्रदेश को बाढ़ से सुरक्षित रखेगी सरकार। संवेदनशील जनपद है बलिया, गंगा के बढ़ते जलस्तर पर नजर, समीक्षा बैठक में परखी राहत की तैयारी। मंत्री ने कहा कि सरकार बाढ़ को लेकर संवेदनशील है। इसी का नतीजा है कि बाढ़ व कटानरोधी कार्यों के लिए लगभग एक साल पहले बजट जारी कर दिया गया। इससे राज्य में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में काफी कमी आई है।
बलिया : प्रदेश में बाढ़ के हालात पर सरकार की नजर बनी हुई है। लोगों को सुरक्षित रखने के लिए बचाव के उपाय शुरू कर दिए गए हैं। जल शक्ति मंत्री डा. महेंद्र सिंह ने रविवार को दोपहर करीब एक बजे बलिया में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण किया। कलेकट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ राहत-बचाव कार्य की तैयारियां परखीं।
बाद में उन्होंने गाजीपुर व बनारस तक गंगा के बढ़े जलस्तर के चलते उपजे बाढ़ के हालात का हवाई सर्वेक्षण किया। समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से वार्ता के दौरान मंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश को बाढ़ से सुरक्षित रखने के लिए तैयार है। राजस्थान में अधिक बारिश होने के कारण भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया है। चार अगस्त को कोटा बैराज धौलपुर से 22 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद चंबल नदी के जलस्तर में नौ मीटर तक वृद्धि हो गई है, इससे जुड़ी यमुना में छह मीटर बढ़ाव दर्ज किया गया है। इसके आगे कुछ अन्य नदियों का पानी भी प्रयागराज में गंगा में मिलने के बाद दो मीटर तक जलस्तर बढ़ा है। गंगा खतरे के निशान के ऊपर बह रहीं हैं।
बाढ़ चौकियों की स्थापना, टीमें तैनात
मंत्री ने कहा कि बाढ़ को लेकर बलिया संवेदनशील जनपद है। यहां दो बड़ी नदियों गंगा व सरयू का मिलन होता है। यहां राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं। बाढ़ चौकियों की स्थापना की गई है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई हैं। कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पुहंचाया गया है। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सरकार राशन, दवाई, कपड़े सहित अन्य आवश्यक सामान लोगों को मुहैया कराएगी। इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगाई जाएंगी।