बलिया : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज बलिया आ रहे हैं। आपदा की घड़ी में उनका यह चौथा दौरा होगा। ऐसा रिकार्ड अब तक के किसी भी अन्य सीएम का नहीं रहा है। बलिया में कोरोना का मामला हो या बाढ़ से तबाही का, वह हर मौके पर खुद की नजरों से हालात को बिना देखे संतुष्ट नहीं होते। बाढ़ के दौरान मुख्यमंत्री 2019 में 17 सितंबर दूबे छपरा में तब आए थे, जब रिंग बंधा टूट गया था। दूसरी बार कोरोना की पहली लहर में 26 जुलाई 2020 को बलिया पहुंचे। कोरोना की दूसरी लहर नरम पड़ने के बाद 18 जून 2021 को बलिया आए और स्वास्थ्य व्यवस्था की तैयारियों का जायजा लिया। यह चौथा दौरा बाढ़ को लेकर है। जनपद के बाढ़ और कटान की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री 2019 से ही काफी गंभीर है। यहां बाढ़ और कटान से सुरक्षा के लिए उन्होंने 12 परियोजनाओं पर कुल 99.54 करोड़ रुपये दिए थे। इससे सिंचाई विभाग ने जनपद के सभी डेंजर इलाकों में कार्य कराया है। संभव है, मुख्यमंत्री इस बार भी बलिया को कोई बड़ी सौगत दें।
दूबेछपरा व रामगढ़ के लिए 134 करोड़
मुख्यमंत्री दूबे छपरा में रिंग बंधा टूटने के बाद अगले दिन जब दूबेछपरा पहुंचे थे तो उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के दर्द को करीब से महसूस किया था। यहां रिंग बंधा 29 करोड़ का कार्य होने के बाद दोबारा टूट गया था। सीएम ने सिंचाई विभाग के एक्सपर्ट के प्रस्ताव पर गंगा की धारा मोड़ने के लिए 130 करोड़ से ड्रेजिंग प्रोजेक्ट को स्वीकृति दी। रामगढ़ में गंगा कटान से आबादी और एनएच-31 को बचाने के लिए 34 करोड़ से स्पर निर्माण और अन्य कार्य को स्वीकृति दी। ये कार्य हो ही रहे थे तब तक गंगा में बढ़ाव शुरू हो गया और कार्य आधा-अधूरा रह गया।
प्रभावित इलाके में जारी है फ्लड फाइटिंग
सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता संजय मिश्र ने कहा कि इस बार बाढ़ या कटान से तटवर्ती क्षेत्रों में कुछ खास नुकसान नहीं हैं। बाढ़ आने से पूर्व लगभग परियोजनाओं का कार्य 90 फीसद खत्म हाे चुका था। कुछ स्थानों पर 75 फीसद कार्य हुआ था जिससे संबंधित इलाके में राहत है। फ्लड फाइटिंग का कार्य भी सर्वत्र जारी है। जहां भी खतरा दिख रहा है, वहां तत्काल व्यवस्था की जा रही है।