पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से अब बलिया का भी सीधा जुड़ाव होगा। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने भूमि अधिग्रहण के आदेश दिये हैं। जिले के 16 गांवों को चिह्नित कर लिया गया है यहां से जमीनें अधिग्रहित की जाएंगी।
बलिया : पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से अब बलिया का भी सीधा जुड़ाव होगा। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने भूमि अधिग्रहण के आदेश दिये हैं। जिले के 16 गांवों को चिह्नित कर लिया गया है, यहां से जमीनें अधिग्रहित की जाएंगी। परियोजना का सर्वे और डीपीआर बनाने की जिम्मेदारी दिल्ली की कंपनी एलएन मालवीय इन्फ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को सौंपी गई है। एक्सप्रेस-वे की लंबाई करीब 32 किलोमीटर होगी। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से जुडकर निकलने वाला यह एक्सप्रेस वे बलिया शहर से लगभग 10 किमी दूर एनएच-31 पर खत्म होगा।
इन गांवों को किया गया शामिल
बढ़वलिया, शाहापुर, लकड़ा, अवगिलवा, हरदरपुर, बंकापुर, टिकरी, सरेह-इजरा, बसारतपुर, सुल्तानपुर, रसड़ा, कोटवारी, कुरूचंदा सिंहपुर, पूरा एकौनी, एकौनी व पाह तीखा।
गांवों का लैंड प्लान व नक्शा तलब
यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने चिह्नित गांवों का लैंड प्लान और नक्शा तलब किया है। उन्होंने जमीनों का अभिलेखीय जांच कराने के लिये कहा है। निर्देश दिये हैं कि प्रस्तावित गाटा संख्या और उनके वल्दीयत की जांच होनी चाहिये ताकि गांवों की सीमाओं में मिसमैचिंग की समस्या नहीं हो। अगर कहीं यह समस्या आती है तो वहां से संशोधन प्रस्ताव उपलब्ध कराया जाना चाहिये। संबंधित एसडीएम व तहसीलदार प्रकरण की जांच करेंगे।
मांझी तक जाएगा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे
केंद्र सरकार ने जिले को ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे की भी सौगात दी है। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे गाजीपुर से माझी तक 118 किमी में बनेगा। मिट्टी का परीक्षण शुरू हो चुका है। यह बिहार छपरा के रिविलगंज बाईपास से जुड़ेगा। इस एक्सप्रेस वे के लिए मांझी में जयप्रभा सेतु से अलग एक सेतु का निर्माण सरयू नदी में होगा। इसकी लागत पांच हजार करोड़ है। यह एक्सप्रेस वे गाजीपुर के शाहपुर से निकलेगा और चितबड़ागांव, माल्देयपुर, नगवां, हल्दी, सोनवानी होते हुए दया छपरा, टेंगरहीं बिड़ला बांध, मठ योगेन्द्र गिरी के रास्ते मांझी घाट तक जाएगा और उससे आगे बिहार के रिविलगंज में नए प्रस्तावित बाईपास से जुड जाएगा।