बलिया : बलिया को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से जोड़ने की कवायद तेज हो चुकी है। सरकार ने अपने अनपूरक बजट में बलिया लिंक एक्सप्रेस वे के लिए 50 करोड़ का बजट जारी किया है। इससे अब तत्काल कार्य प्रारंभ होने की उम्मीद है। इस एक्सप्रेस-वे के बनने के बाद बलिया सीधे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के जरिए लखनऊ से जुड़ेगा। वहीं आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे और यमुना एक्सप्रेस-वे के जरिए दिल्ली की राह भी आसान होगी। एक्सप्रेस-वे के बनने के बाद 12 घंटे से भी कम समय में बलिया से दिल्ली तक का सफर तय किया जा सकेगा। गौरतलब है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से बलिया कट गया था। उसके बाद यहां के जनप्रतिनिधियों पर भी लोगों ने काफी दबाव बनाना शुरू किया। सभी जनप्रतिनिधि भी सरकार से बार-बार इसकी मांग कर रहे थे। उसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलिया को पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे से जोड़ने के लिए बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे की सौगात दी। इसके लिए जिले के 16 गांवों का लैंड प्लान बनाने के आदेश दिए हैं। यूपीडा इस दिशा में युद्धस्तर पर जुट गया है।
दिल्ली की कंपनी बना रही डीपीआर
परियोजना का सर्वे और डीपीआर बनाने की जिम्मेदारी दिल्ली की कंपनी एलएन मालवीय इन्फ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को सौंपी गई है। यह एक्सप्रेस-वे स्वीकृत परियोजना के तहत पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से जोड़ा जाएगा, जो बलिया शहर से लगभग 10 किमी दूर नेशनल हाईवे-31 पर खत्म किया जाएगा। इसके लिए सदर तहसील क्षेत्र के बढ़वलिया, शाहपुर, लकड़ा, अवगिलवा, हरदरपुर, बंकापुर, टिकरी, सरेह-इजरा, बसारतपुर, सुल्तानपुर, रसड़ा, कोटवारी, कुरूचंदा सिंहपुर, पूरा एकौनी, एकौनी व पाहतीखा मौजे के भू-अर्जन प्रस्ताव भेजा गया है।
फोर लेन होगा एक्सप्रेस-वे
बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे चार लेन (छह लेन तक विस्तारित) प्रवेश नियंत्रित ग्रीनफील्ड परियोजना होगी। एक्सप्रेस-वे के किनारे इंडस्ट्रियल पार्क और शिक्षण संस्थान विकसित करने की भी योजना है, जिससे पूर्वांचल का विकास हो सके। एक्सप्रेस-वे के किनारे खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को भी विकसित किया जाएगा। इसके अलावा इस लिंक एक्सप्रेस-वे के बनने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।