विधान सभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दल हर विधान सभा में अपनी तैयारी तेज कर दिए हैं। जनता का भरोसा जीतने का प्रयास कर रहे हैं। टिकट के दावोदारों पर भी मंथन हो रहा है। जातीय समीकरण को साधने के लिए हर विधान सभाओं में सर्वे हो रहा है। बहुजन समाज पार्टी का दावा है कि वह आगामी विधान सभा चुनाव में वह हर विधान सभा में भारी पड़ेगी। चुनाव की तैयारी के संबंध में बसपा जिलाध्यक्ष जितेंद्र कुमार भारती से हुई बातचीत के प्रमुख अंश..।
सवाल : बसपा चुनाव में क्या नया करने जा रही है?
जवाब : बसपा का पहले से नारा रहा है। सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय। हम सभी वर्ग को साथ लेकर चलने की बात सोचते हैं। बूथ स्तर पर सभी वर्ग के लोगों को जोड़ रहे हैं। बसपा में समर्पित कार्यकर्ताओं को बड़ी जिम्मेदारी दी जा रही है।
सवाल : टिकट देने के मामले में बसपा का क्या मानक होगा?
जवाब : बसपा सुप्रीमों सुश्री मायावती जी ने इस संबंध में पहले ही अपनी मंशा को स्पष्ट कर दिया है। जितनी जिसकी भागीदारी, उतनी उसकी हिस्सेदारी। टिकट मामले में सर्वसमाज का ध्यान रखा जाएगा। शीर्ष नेतृत्व इस पर मंथन कर रहा है।
सवाल : स्थानीय जनसमस्याओं पर बसपा मजबूत विपक्ष के रूप में नहीं खड़ी होती, क्यों?
जवाब : ऐसा नहीं है। हम धरना-प्रदर्शन करने में ज्यादा विश्वास नहीं रखते। हां, जन समस्याओं को लेकर लगातार पत्रक के माध्यम से जनता के दुख-दर्द को शासन स्तर पर पहुंचाते रहते हैं। बलिया में एनएच-31 निर्माण का मामला हो, किसानों का मामला हो या अन्य कोई प्रकरण, हम जनता की आवाज को बल देते रहे हैं।
सवाल : तिलक तराजू…के नारे से बसपा की छवि को नुकसान पहुंचा या नहीं?
जवाब : यह नारा बसपा का था ही नहीं, इसे विरोधी दल खुद के लाभ के लिए प्रचारित किए। जनता भी यह बात समझ़ चुकी है। जनता ने बसपा के शासन को देखा है। हम हर जगह प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन कर रहे हैं। उसमें भारी संख्या में सभी वर्ग के लोग जुड़ रहे हैं।
सवाल : जनता से जुड़ाव के लिए क्या कर रहे हैं?
जवाब : हम शोषितों और वंचितों की लड़ाई को अपना मानकर कानून के दायरे में रहकर सिस्टम से लड़ रहे हैं। असमानता की खाई धीरे-धीरे कम हो रही है। कमजोर लोग जागरूक हो रहे हैं और बसपा पर भरोसा भी कर रहे हैं।
सवाल : बलिया के सात विधान सभाओं में बसपा किस स्थिति में है?
जवाब : बलिया के सातों विधान सभा सीटों पर हम विजय हासिल करेंगे। हम 2007 की कहानी दोहराने जा रहे हैं। उस समय बसपा ने सात में छह सीटों पर विजय हासिल किया था। जनता वर्तमान व्यवस्था से उब चुकी है। वह बसपा के शासन को ही बेहतर मान रही है। इसलिए हमारी टक्कर में दूसरा कोई नहीं है।