बसपा ने आयोजित किया प्रबुद्ध वर्ग विचार संगोष्ठी, जुटे बसपा समर्थक। ब्राह्मण समाज के इर्द-गिर्द ही घूमता रहा पूरा कार्यक्रम। भाजपा सरकार को हर मोड़ पर घेरा। ब्राह्मणों का मन मोहते रहे राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र।
बलिया : विधान सभा चुनाव को लेकर सभी दल सक्रिय हो चले हैं। सपा की ओर से बैरिया में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन का आयोजन किया था। उसके बाद बहुजन समाज पार्टी ने शुक्रवार को नगर के नारायणी सिनेमा हॉल के प्रांगण प्रबुद्ध वर्ग विचार संगोष्ठी का आयोजन कर में भाजपा और सपा पर निशाना साधा। बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि दोनों दलों ने ब्राह्मणों को ठगने का काम किया है। संबोधन से पहले वह महर्षि भृगु के मंदिर में जाकर दर्शन किए। कहा कि भाजपा श्रीराम के नाम पर ठेकेदारी कर रही है। रामलला के मंदिर निर्माण के नाम पर करोड़ों रुपये बटोरे गए। उसका प्रयोग मंदिर निर्माण में कम, चुनाव में ज्यादा किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आरोप लगाया कि वह ब्राह्मण समाज का लगातार उत्पीड़न कर रहे हैं। ब्राह्मणों को पकड़ों, एनकाउंटर करो, जो बच जाएं, उन्हें जेल भेज दो। ऐसी धारा लगा दो कि जमानत भी न हो सके। कानपुर में एक व्यक्ति के कारण 50 ब्राह्मण समाज के लोगों को उठवा कर जेल में डाला गया। 100 से ज्यादा अभी भी बंद हैं। लखनऊ में 3 लोगों को मारा। चित्रकूट में मारा गया। इसकी लंबी लिस्ट है।
एकजुटता से ही बचेगा ब्राह्मणों का सम्मान
उन्होंने कहा कि यूपी में ब्राह्मण समाज की एकजुटता की वजह से 2007 में बीएसपी की सरकार बनी। बसपा ने 35 ब्राह्मणों को मंत्री बनाया था। 15 ब्राह्मणों को एमएलसी बनाया था, लेकिन उसके बाद ब्राह्मण समाज उपेक्षित हो गया। इसका कारण ब्राह्मण समाज का बिखराव है। इस पर ब्राह्मणों को मंथन करना होगा। प्रदेश में हम 13 प्रतिशत है। तीन करोड़ होने के बाद भी हमारी ऐसी दशा है। हम एकजुट नहीं है। खुद को केवल ब्राह्मण मानिए तो आप बड़ी शक्ति बन जाएंगे। 23 प्रतिशत दलित भाइयों के साथ भाईचारा बनाएं। हम 36 प्रतिशत होने के बाद हर विधान सभा में भारी पड़ेंगे, जैसे 2007 में भारी पड़े थे। ब्राह्मण समाज की वजह से बहन जी नारा बदला है। पहले नारा था..जिसकी जितनी भागीदारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी। अब हो गया “जिसकी जितनी तैयारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी। उन्होंने कहा कि 2007 में 45 ब्राह्मण समाज के प्रत्याशी चुनाव जीत कर आए थे। उस इतिहास को दोबारा दोहराना है। इस मौके पर पूर्व मंत्री नकूल दुबे, आजमगढ़ मंडल संयोजक अरूण पाठक, रसड़ा विधायक उमाशंकर सिंह आदि ने भी सभा को संबोधित किया। इस मौके पर ब्राह्मण समाज की ओर से भगवान परशुराम की मूर्ति भेंट की गई। स्वतंत्रता सेनानी रामविचार पांडेय, सेक्टर प्रभारी हरिश चंद्र गौतम, इंदल राम, संतोष राम, अवधेश भारद्वाज, अंगद मिश्र, उपेंद्र पांडेय, पप्पू तिवारी, भारतेंदु चौबे, राजेश मिश्र, अवध बिहारी चौबे, नागेंद्र पांडेय, सुरेश पांडेय, मारकण्डेय पांडेय आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष जितेंद्र कुमार भारती व संचालन चितबड़ागांव के चेयरमैन केशरीनंदन त्रिपाठी ने किया।
प्रदेश में हर घंटे में एक दुष्कर्म
बसपा महासचिव सतीश मिश्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपाइयों के गुंडाराज से जंगलराज कायम हो गया है। महिला उत्पीड़न की घटनाओं में वृद्धि से हर तरह खौफ है। हर एक घंटे में दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं। ब्राह्मण समाज की महिलाओं को भी निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने खुशी दुबे मामले का उदाहरण देते हुए कहा कि खुशी की जमानत न हो इसके लिए उन पर महिलाओं के धमकाने के आरोप लगाए गए।
अखिलेश का ब्राह्मण प्रेम छलावा
बहुजन हिताय की बात कर रहे बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने समाजवादी पार्टी को निशाने पर लेते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के ब्राह्मण प्रेम को छलावा बताया। उन्होंने कहा कि हम ब्राह्मणों को याद दिला दें कि सपा शासन काल में ही कन्नौज में नीरज मिश्र का सिर काटकर लखनऊ मंगाया गया था। ब्राह्मण समाज लूटखसोट करने वाले सपा का साथ कभी नहीं देंगे। सपा के पास जो भी ब्राह्मण नेता है, उन्हें सजावटी बनाकर रखा गया है।
जनता के साथ हर मायने में किया छल
उन्होने कहा कि महिलाओं से वादा किया था कि महंगाई कम करेंगे। पहले सिलेंडर 200 रुपये का था। अब एक हजार का हो गया। महिलाओं का बजट बिगड़ गया दोबारा चूल्हे जलाना पड़ा। किसानों की आमदनी दो गुना करने का वादा किया था। आज किसान आर्थिक तंगी के कारण रो रहे हैं। किसानों की जमीन पर कब्जा करने के लिए तीन कृषि कानून बना दिया। इससे किसानों की जमीन भी हाथ से जाती दिख रही है। किसान कहां-कहां जमीन के लिए मुकदमा लड़ेंगे। किसानों के प्रदर्शन को एक साल हो गए, 500 लोग मर गए। सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ा। उद्योगपतियों ने हजारों करोड़ का चंदा दिया है कैसे कानून बदलेंगे, छोटे उद्योग को बंद करने के लिए जीएसटी-नोटबंदी लगाई। 50 सालों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज है।