बलिया : जीतने वाले कोई अलग काम नहीं करते, वह हर काम को अलग ढंग से करते हैं। मोटिवेशनल राइटर शिव खेड़ा के इस कथन को प्रधानाध्यापिका प्रतिमा उपध्याय ने सत्य कर दिखाया है। वह शिक्षा क्षेत्र दुबहर के अमृतपाली प्राथमिक विद्यालय पर तैनात हैं। शिक्षा जगत में वह न सिर्फ अपने दायित्यों के प्रति सजग रहीं, बल्कि महिला सशक्तीकरण के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। कोरोना काल में जब स्कूल बंद हो गए। बच्चों का पढ़ाई से नाता टूटने लगा, ऐसे समय में उन्होंने शिक्षा की लौ को जलाए रखने के लिए कई प्रयोग किए।
ऑनलाइन टीचिंग, ऑनलाइन नामांकन, मोहल्ला पाठशाला का कुशल संचालन कर सभी बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखा। सामाजिक क्षेत्र में भी उन्होंने कई बदलाव किए। उनके इस सराहनीय कार्य को देखते हुए लखनऊ में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिशन शक्ति सम्मान से सम्मानित किया। इस दौरान मिशन शक्ति फेज-1 व 2 के तहत अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 75 महिलाओं को सम्मानित किया गया। सूची के क्रमांक 41 पर बलिया की इस शिक्षिका का नाम था। यह सम्मान मिलने से शिक्षा जगत में खुशी का माहौल है। बीएसए शिवनारायण सिंह ने बेसिक शिक्षा को गौरवान्तित करने के लिए उन्हें बधाई दी।
महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विद्यालय में विभिन्न प्रकार के कार्यशालाओं का आयोजन किया। हर सप्ताह ग्रामसभा की महिलाओं से संपर्क कर विद्यालय में प्रोजेक्टर के माध्यम से जागरूकता वाले प्रोग्राम दिखाए। उन्हें जागरूक किया। शासन की हर योजनाओं से अवगत कराया। विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी। शिक्षा का महत्व, कौशल विकास आदि की कार्यशाला भी आयोजित की। इससे बदलाव यह आया कि गांव की महिलाएं प्रेरेित होकर अलग-अलग क्षेत्र में आज कार्य कर रहीं हैं।
कान्वेंट को मात दे रहा प्राथमिक विद्यालय
अमृतपाली प्राथमिक विद्यालय को शिक्षिका प्रतिमा उपध्याय ने खुद की मेहनत से कान्वेंट से भी बेहतर बनाया है। पांच वर्ष पूर्व से यहां स्मार्ट क्लास व कंप्यूटर क्लास का संचालन हो रहा हैं। विद्यालय में रेमेडियल टीचिंग की व्यवस्था है। अभिभावकों से लगातार संपर्क उनके बच्चों की प्रगति रिपोर्ट को भी साझ़ा किया जाता है। शिक्षिका ने बाल श्रम करने वाले बच्चों को चिन्हित कर विद्यालय में नामांकन कराया। अभिभावकों को भी साक्षर बनाने का कार्य कर रहीं हैं।
शिक्षक के रूप में प्राप्त सम्मान
राज्य शिक्षक सम्मान। राज्य स्तर पर उत्कृष्ट विद्यालय सम्मान। राज्य स्तर पर आईसीटी के लिए सम्मान। विभिन्न संस्थाओं द्वारा नवाचारों के लिए सम्मान। मिशन शक्ति एवं नारी सशक्तिकरण के लिए सम्मान। मतदाता जागरूकता अभियान के क्रियान्वयन हेतु सम्मान। शिक्षा में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मान, आदि।
विशेष सामुदायिक कार्य
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का सफल क्रियान्वयन। कोरोना वारियर्स के रूप में कार्य। नशा उन्मूलन पर कार्यक्रम। नारी सशक्तिकरण का सफल क्रियान्वयन।
मुख्यमंत्री को बोलीं धन्यवाद
प्रतिमा उपध्याय ने कहा शिक्षा जगत में कार्य करने से ही सामाजिक कार्य करने की प्ररेणा मिली। मेरे लिए यह खुशी का मौका है। आज मै सिर्फ इतना ही कहना चाहूंगी कि इंसान को किसी भी क्षेत्र में नाकारात्मक नहीं होना चाहिए। साकारात्मक होने से हमारे मन में अच्छे विचार पनपते हैं और हम उसी दिशा में अपने पांव बढ़ाते हैं। मेरे कार्यों का आकलन कर यह सम्मान दिया गया, इसके लिए सरकार को और विशेष रूप से मुख्यमंत्री जी को दिल से धन्यवाद देती हूं।