बलिया : सुप्रीम कोर्ट के बाहर गेट पर खुद को आग लगाने वाली बलिया के एक गांव की 24 साल की दुष्कर्म पीड़िता ने मंगलवार की सुबह 11 बजे दम तोड़ दिया। यह खबर जब गांव में पहुंची, लाेग एक-दूसरे के यहां जाकर बिटिया के बारे में जानकारी लेने लगे। घर पर उसके बाबा थे, लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी। बाबा ने बताया कि घटना के बाद से पीड़िता गांव नहीं आई। लेकिन आरोपित के लोग घर पर आकर धमकी दे रहे थे। वे जान से मारने की बात कह रहे थे। इसकी शिकायत एडीजी को की गई तो स्थानीय थाने के दो सिपाही करीब आठ महीने तक उनकी सुरक्षा में लगे थे। गांव के लोग दरवाजे पर पहुंच रहे थे, इससे वह अवाक थे। अन्य परिजन पहले ही दिल्ली निकल गए थे। 16 अगस्त की सुबह पीड़िता और उसके पैरोकार युवक ने सुप्रीम कोर्ट के गेट पर ज्वलनशील पदार्थ शरीर पर छिड़क कर आग लगा ली थी। उपचार के दौरान युवक की 21 अगस्त को मौत हो गई थी। युवती भी 85 फीसद झुलस गई थी। सांसद पर कार्रवाई नही होने से परेशान 24 वर्षीय पीड़िता ने 16 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के बाहर खुद को आग लगा दिया था। मऊ से बसपा के घोसी सांसद अतुल राय पर कार्रवाई नहीं होने से नाराज होकर दोनों ने यह कदम उठाया था। पीड़िता का दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में उपचार चल रहा था। युवती का अंतिम संस्कार दिल्ली के ही निगम बोर्ड घाट पर किया जा रहा है। इसकी पुष्टि तिलक मार्ग थाना दिल्ली के इंस्पेक्टर इच्छा राम ने की। गांव के लोगों ने बताया कि बेटी के साथ न्याय नहीं हुआ। सिस्टम से हारकर उसने ऐसा कदम उठाया। उसके साथ यदि समय से न्याय हुआ रहता तो आज वह हम सबके बीच होती। गांव की महिलाएं इस बारे में कुछ नहीं बोल रहीं थीं। इस घटना के बाद गांव के लोगों को निर्भया केस की याद भी आ रही थी। कई लोगों ने कहा कि इस तरह के केस में निर्भया की मां जैसी हिम्मत की जरूरत है। तभी पीड़ित पक्ष को न्याय मिल पाएगा। कुछ लोगों का कहना था कि न्याय में देरी होती है, बिटिया को इतना जल्द हार नहीं मनाना चाहिए था। गांव के प्रधान से इस बारे में बात करने पर बताया कि गांव की बेटी के निधन की सूचना से मन मर्माहत है। मै पीड़ित परिवार के साथ खड़ा हूं।
युवती की ओर से सांसद अतुल राय पर है दुष्कर्म का आरोप
युवती का आरोप है कि मऊ से बसपा के घोसी सांसद अतुल राय ने लोकसभा चुनाव से पूर्व युवती के साथ दुष्कर्म किया था। इस मामले में युवती ने लंका थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया था। मुकदमा दर्ज होते ही अतुल राय फरार हो गए और फरारी के दौरान ही चुनाव लड़ा। इस दौरान वह चुनाव जीत भी गए लेकिन अभियोग पंजीकृत होने की वजह से उनको सरेंडर करना पड़ा और इस समय प्रयागराज के नैनी जेल में बंद हैं। इस बीच अतुल राय के भाई की ओर से भी युवती के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है कि युवती के बिना साक्ष्य ही पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। इस मामले में आरोपित पुलिस अधिकारियों से लखनऊ में दो सदस्यीय टीम पूछताछ भी कर रही है। जबकि वाराणसी में दुष्कर्म पीड़ित युवती को परेशान करने के आरोप में कैंट थाने के प्रभारी और विवेचक को 17 अगस्त को निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद से ही प्रकरण को लेकर जांच लगातार जारी है। आत्मदाह से पूर्व युवती द्वारा वायरल वीडियो के आधार पर ही पुलिस अब आरोपित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है। हालांकि, इस मामले में शीर्ष पुलिस अधिकारियों को आरोपित बनाया गया है लिहाजा जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कार्रवाई शासन स्तर पर तय की जाएगी।