बलिया : जलेश्वर हत्याकांड का आरोपित हरीश पासवान क्राइम की दुनिया में बड़ा नाम कर चुका थ। उसने पूर्वांचल सहित चार राज्यों में कई बड़े कांड किए थे। बैरिया में जलेश्वर हत्याकांड में भी उसके संलिप्त होने की बात सामने आ रही थी। जलेश्वर के घर के लोगों ने इस कांड में उसे आरोपति किया था। बलिया में एसएटीएफ के डिप्टी एसपी डीके साही के नेतृत्व में टीम ने हरीश पासवान को रसड़ा में घेरा। इसके बाद उसने भागने के प्रयास में फायरिंग की। एसटीएफ की टीम ने भी फायरिंग की जिसमें पासवान मारा गया। बलिया जिला पुलिस के अनुसार वाराणसी परिक्षेत्र में हरीश जरायम की दुनिया में बड़ा नाम था। पूर्व में कई बड़े और चर्चित मामलों में उसकी संलिप्तता रही है। इसकी वजह से पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश रही है।
वाराणसी जोन में लम्बे समय से पुलिस के लिए बड़ा सिरदर्द बने एक लाख के इनामी बदमाश हरीश पासवान के खिलाफ 30 से अधिक जघन्य अपराध में केस दर्ज हैं। वह वाराणसी जोन में बीते छह महीने से बेहद सक्रिय था। जिला पंचायत के चुनाव के दौरान भी उसने दिनदहाड़े फायरिंग कर एक की हत्या की थी। एसटीएफ की टीम ने लोकेशन ली तो पता चला कि वह इस समय बलिया के रसड़ा में सक्रिय है। इसके बाद टीम रवाना हुई और शुक्रवार की सुबह बदमाश संग मुठभेड़ हो गई। जिसमें गोली लगने के बाद बदमाश हरीश पासवान एक सड़क के किनारे ही ढेर हो गया।
उसके ढ़ेर होने के बाद पुलिस उसके पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल लेकर आयी। जिला अस्पताल में भारी संख्या में पुलिस मौजूद रही। बलिया के पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर ने जिला अस्पताल में मीडिया को बताया कि हरीश पर चार राज्यों में मुकदमा दर्ज था।