शराब तस्करी का जाल पूरे प्रदेश में फैला है। सीमावर्ती इलाकों में ऐसे मामले अधिक देखे जा सकते हैं। बिहार में शराब बंदी के बाद से पूर्वांचल में बलिया शराब तस्करों का हब बनता जा रहा है। तस्कर पंजाब हरियाणा से शराब लेकर बलिया तक आसानी से पहुंच जाते हैं।
बलिया : शराब तस्करी का जाल पूरे प्रदेश में फैला है। खासकर सीमावर्ती इलाकों में ऐसे मामले अधिक देखे जा सकते हैं। बिहार में शराब बंदी के बाद से पूर्वांचल में बलिया शराब तस्करों का हब बनता जा रहा है। तस्कर पंजाब, हरियाणा से शराब लेकर बलिया तक आसानी से पहुंच जाते हैं। इसके पीछे उनका शातिर दिमाग है। वे कई तरह के पैंतरे अपनाते हैं। पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए सब्जी, फल या अन्य सामानों के नीचे शराब छिपाना अब पुरानी बात हो गई है। तस्करों का पूरा ध्यान उस रूट पर रहता है जिससे गाड़ी गुजरनी होती है।
इसके लिए हर बार अलग रूट चुना जाता है। चालकों को हर चक्कर में नए मोबाइल व सिमकार्ड दिए जाते हैं। लगभग 300 किलोमीटर पर चालक को बदल दिया जाता है। शराब लदे बड़े वाहनों के आगे-पीछे दो छोटी गाड़ियां चलती हैं। इस दौरान लगभग दस-दस किलोमीटर का फासला रखा जाता है। पुलिस की नाकाबंदी होने पर ट्रक को ढाबे या पेट्रोल पंप पर खड़ा करने का निर्देश छोटी गाड़ियों में सवार लोग देते हैं। अक्सर चालकों को पता नहीं रहता कि गाड़ी में क्या लदा है।
इस तरह हरियाणा से पहुंचते बलिया
हरियाणा से बलिया तक तस्करी के सफर की बात करें तो तस्कर आगरा होते हुए कानपुर, लखनऊ से आजमगढ़, मऊ होते हुए बलिया पहुंचते हैं। इसके अलावा लखनऊ से गोंडा, बस्ती होते हुए गोरखपुर, देवरिया होते हुए भागलपुर पुल पार करते हुए बलिया में प्रवेश कर जरते हैं। इसके अलावा हरियाणा से मुरादाबाद, बरेली, शाहजहांपुर होते हुए भी लखनऊ पहुंचते हैं। कभी-कभी तस्कर बरेली से रास्ता बदल देते हैं। वे लखीमपुर खीरी होते हुए बहाराइच, गोंडा, गोरखपुर, देवरिया वाला रूट पकड़ लेते हैं। आगरा, प्रयागराज से आजमगढ़ या भदोही, वाराणसी, गाजीपुर होते हुए भी बलिया पहुंचा जा सकता है।
बलिया में डंप करते हैं शराब की खेप
अवैध शराब को बलिया में लाकर डंप करने के बाद तस्कर उसे बिहार ले जाने के लिए अलग-अलग रास्तों का इस्तेमाल करते हैं। छोटे वाहनों में शराब भेजने के अलावा गंगा नदी में नाव का सहारा भी लेते हैं।
शराब की तस्करी के खिलाफ लगातार की जा रही कार्रवाई
शराब की तस्करी के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। कुछ दिनों में बड़े पैमाने पर शराब बरामद की गई है। आरोपितों को भी पकड़ा गया है। तस्कर नए हथकंडे अपनाते हैं लेकिन पुलिस की आंखों से बच नहीं सकते हैं।
भूषण वर्मा, सीओ सिटी