बलिया : उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के वर्ष 2020 के सम्मानों और पुरस्कारों पर निर्णय लेने हेतु गठित समिति के कार्यकारी अध्यक्ष डा. सदानंद प्रसाद गुप्त ने 2020 मेें प्रकाशित प्रस्तकों के लेखकों को सम्मानित करने की घोषणा कर दी है। इस कड़ी में बलिया की आखार निवासी किरण सिंह की पुस्तक श्री राम कथामृतम का चयन हुआ है। इसके लिए उन्हें बाल साहित्य के सूर पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान को अपनी यह पुस्तक भेजीं थीं। इसमें रामायण के बाल खंड को सरल भाषा में लिखा गया है। इस पुस्तक के माध्यम से बच्चे रामायण को आसानी समझ सकते हैं। श्रीमति सिंह ने बताया कि इस सम्मान के लिए उन्हें पत्र प्राप्त हो चुका है। इसका विमाेचन एक साल पहले पटना में हो चुका है। मै उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान को धन्यवाद देना चाहुंगी कि उन्होंने मेरी इस पुस्तक को पुरस्कारों की श्रेणी में शामिल किया। श्रीमति सिंह का जन्म मझौंवा में हुआ था। उनकी शादी अखार में हुई। अभी के समय में वह पटना में रहतीं हैं। बलिया के गुलाब देवी महिला महाविद्यालय से स्नातक करने के बाद वह साहित्य जगत की ओर मुड़ गईं। उनके द्वारा लिखित पुस्तक प्रीत की पाती, अन्तः के स्वर, प्रेम और इज्जत, गोलू-मोलू, रहस्य, अन्तर्ध्वनि आदि कुंडलिया संग्रह, मंत्रीमंडल सचिवालय राजभाषा विभाग बिहार के अनुदान राशि से भी प्रकाशित हैं। वहीं अक्ड़-बक्कड़ बाॅम्बे बो, शगुन के स्वर, जिंदगी लय में चलो, लय की लहरों पर, हां इश्क है, जीवन कड़ियां आदि पुस्तकें प्रकाशित होने वाली हैं।