बैरिया विधानसभा क्षेत्र को द्वाबा के नाम से भी जाना जाता है। यह धरती संत, सेनानी से लेकर सियासत की बड़ी हस्तियों के लिए भी जानी जाती है। खपड़िया बाबा, सुदिष्टपुरी आश्रम, ठकुरी बाबा बालकदास बाबा सहित अन्य संतों के आश्रम हैं। लोकनायक जयप्रकाश नारायण से लेकर जनेश्वर मिश्रा भी यहीं के रहने वाले थे। सेनानी बलदेव उपाध्याय, कौशल किशोर व राधामोहन सिंह के अलावा कई ने आजादी के आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी। बैरिया में कुल 362293 मतदाता हैं। इसमें पुरुष मतदाता 196732 और महिला मतदाता 165545 हैं। थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 16 हैं।
एस पांडेय, बैरिया
विधानसभा चुनाव 2022 में जनपद का बैरिया विधानसभा क्षेत्र इस समय पूरे पूर्वांचल में चर्चा का केंद्र बिंदु बना है। मैदान में मंत्री, विधायक व पूर्व विधायकों के बीच जमकर राजनीतिक जंग होगी। भाजपा से मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला, सपा से पूर्व विधायक जयप्रकाश अंचल, बसपा से सुभाष यादव और विकासशील इंसान पार्टी यानी वीआईपी से वर्तमान विधायक सुरेंद्र सिंह उम्मीदवार हैं। इस बार भाजपा ने विधायक सुरेंद्र सिंह का टिकट काट दिया। उनकी जगह बलिया नगर सीट के विधायक व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला को वहां शिफ्ट कर दिया गया। बैरिया की पूरी राजनीति जातिगत समीकरण की ओर बढ़ चली ह।सोशल साइटस पर भी समर्थकों के बोल जातिगत मानसिकतासे ही निकल रहे हैं।
- अब तक के विधायक
- 1952 : राधामोहन सिंह-कांग्रेस
- 1957 : रामनाथ पाठक-कांग्रेस
- 1962 : मैनेजर सिंह-सोशलिस्ट पार्टी
- 1967 : शिवमंगल सिंह-कांग्रेस
- 1974 : बनवारी यादव-कांग्रेस
- 1977 : मैनेजर सिंह-जनता पार्टी
- 1980 : भोला पांडेय-कांग्रेस
- 1985 : मैनेजर सिंह-जनता पार्टी
- 1989 : भोला पांडेय-कांग्रेस
- 1991 : भरत सिंह-जनता पार्टी
- 1993 : विक्रम सिंह-कांग्रेस
- 1996 : भरत सिंह-भाजपा
- 2002 : भरत सिंह-भाजपा
- 2007 : सुभाष यादव- बसपा
- 2012 : जयप्रकाश अंचल-सपा
- 2017 : सुरेंद्र सिंह-भाजपा
बाढ़-कटान व सड़क हैं प्रमुख मुद्दे
यह विधानसभा क्षेत्र दो नदियों के बीच है। गंगा व सरयू से घिरे क्षेत्र में बाढ़-कटान की प्रमुख समस्या है। इसके अलावा सड़कों के निर्माण का मुद्दा भी अहम है। कटान के कारण हर वर्ष बड़ी संख्या में लोगों के आशियाने व जमीन को पानी निगल जाता है। राष्ट्रीय राजमार्ग-31 की हालत वर्षों से खराब है। बिहार सीमा से सटे इलाके को सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से भी संवेदनशील माना जाता है।