यूपी बोर्ड के अंग्रेजी विषय का पर्चा लीक होने के मामले में पत्रकारों को जेल भेजने के मामले को कई पत्रकार संगठनों ने गंभीरता से लिया है। जिला प्रशासन की इस हरकत के विरोध में अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा कानून समिति के प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से सीधे हस्तक्षेप की मांग है। कहा है कि जल्द गिरफ्तार पत्रकारों को रिहा नहीं किया गया तो संगठन पूरे प्रदेश में आंदोलन को बाध्य होगा।
बलिया : पेपर लीक मामले में बलिया के पत्रकारों की गिरफ्तारी से प्रदेश भर के पत्रकारों में रोष है। यहां तक की पत्रकार प्रदेश व्यापी आंदोलन के मूड में हो गए हैं। अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के प्रदेश अध्यक्ष अजय प्रताप नारायण सिंह ने कहा है कि पेपर लीक मामले में पत्रकारों को घसीटना लोकतंत्र के लिए घातक है। पत्रकार का काम होता है खबरों को उजागर करना। अगर बलिया के पत्रकारों ने पेपर लीक मामले को उजागर किया तो क्या गुनाह कर दिया। प्रदेश अध्यक्ष ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर निष्पक्ष जांच कराए जाने व गिरफ्तार पत्रकारों को तत्काल रिहा करने की मांग की है। श्री सिंह ने कहा है कि खबर के असर से बलिया जिला प्रशासन ने बौखलाहट में जो अन्याय पूर्ण कार्रवाई किया है इससे प्रदेश भर में सरकार की छवि धूमिल होगी। उन्होंने तत्काल मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की है।
पत्रकार की गिरफ्तारी मीडिया पर लगाम लगाने की कोशिश : सुनील चौधरी
अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के राष्ट्रीय सचिव सुनील चौधरी ने कहा है कि पेपर लीक मामले में पत्रकारों की गिरफ्तारी मीडिया पर लगाम लगाने की साजिश मात्र है।उत्तर प्रदेश में पत्रकारों की दशा दिन पर दिन बहुत ही दयनीय हालत में होती जा रही हैं। श्री चौधरी ने कहा है कि गिरफ्तार साथियों की रिहाई नहीं हुई तो प्रदेश भर में एक बड़ा आंदोलन खड़ा होगा उन्होंने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश, राज्यपाल को पत्र भेजकर तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए दोषियों पर कार्रवाई की भी मांग किया है।
पत्रकारों को तत्काल रिहा करे प्रशासन, नहीं तो होगा आंदोलन : मनोज सिंह
पेपर लीक मामले में अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता बिहार के निवासी मनोज सिंह ने गुह मंत्री अमित साह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा है कि बलिया जनपद प्रशासन के निर्देश पर दैनिक समाचार पत्र अमर उजाला के दो पत्रकारों अजित कुमार ओझा एवं दिग्विजय सिंह को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। जबकि प्रथम दृष्ट्या इस पूरे प्रकरण की जांच में शासन ने गिरफ्तार पत्रकारों को कहीं से भी दोषी नहीं पाया है। प्रशासन के द्वारा दुर्भावनापूर्ण की गई कार्रवाई से पत्रकारों में गहरा क्षोभ व आक्रोश व्याप्त है। बलिया के पत्रकारों से मिल रही जानकारी के मुताबिक पेपर लीक मामले में पत्रकार नही बल्कि जनपद प्रशासन हीं दोषी है। पत्रकारों को इस मामले प्रशासन के द्वारा बलि का बकरा बनाया जा रहा है। इस प्रकरण में अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति बड़ी ही शालीनता से उत्तर प्रदेश सरकार से तत्काल बलिया पेपर लीक मामले की निष्पक्ष जांच कराने तथा गिरफ्तार किए गए पत्रकारों को सम्मान जनक तरीके से रिहा करने की मांग करती है। ऐसा नहीं होने पर संगठन देश भर में आंदोलन को बाध्य होगा।