बिहार की राजनीति में कई दिनों से चल रही उथल-पुथल और कयासबाजी आज रविवार को सही साबित हो गई। नीतीश कुमार ने महागठबंधन सरकार से इस्तीफा देकर एक बार फिर एनडीए के साथ सरकार बना ली। इस बार भी वे ही मुख्यमंत्री पद पर आसीन हुए। यह दो साल में दूसरा मौका है जब नीतीश कुमार ने सीएम पद की शपथ ली।
न्यूज डेस्क, पटना : बिहार की राजनीति में कई दिनों से चल रही उथल-पुथल और कयासबाजी आज रविवार को सही साबित हो गई। नीतीश कुमार ने महागठबंधन सरकार से इस्तीफा देकर एक बार फिर एनडीए के साथ सरकार बना ली। इस बार भी वे ही मुख्यमंत्री पद पर आसीन हुए। यह दो साल में दूसरा मौका है जब नीतीश कुमार ने सीएम पद की शपथ ली। जिस प्रकार से वे बीते दिसंबर महीने से ही अपनी पार्टी में बदलाव ला रहे थे, यह उनकी इसी रणनीति का हिस्सा था। नीतीश कुमार ने आज सुबह राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर को अपना इस्तीफा सौंपा। आज शाम को उन्होंने नौवीं बार सीएम पद की शपथ ली। इस सरकार में भाजपा से सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा उप मुख्यमंत्री बने हैं। वहीं, भाजपा और जदयू के अलावा जीतन राम मांझी की पार्टी के कुल पांच नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली। वहीं, एक निर्दलीय विधायक सुमित सिंह भी मंत्री बने हैं। नीतीश ने महागठबंधन से अलग होने का कारण कांग्रेस और इंडी गठबंधन के आगे न बढ़ने को बताया साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि काम हम कर रहे थे, लेकिन राजद के लोग यह दावा कर रहे थे कि सारा काम वे ही कर रहे थे। पिछली बार नीतीश कुमार ने 10 अगस्त 2022 को एनडीए के साथ गठबंधन तोड़कर राजद, कांग्रेस और वाम दलों के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, लेकिन परिस्थितियों को देखते हुए वे वापस एनडीए के साथ आ गए हैं।