पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के नाम से जानी जाती है बलिया सीट। पिछले लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा ने मिलकर दी थी कांटे की टक्कर। 15519 मतों के अंतर से विजयी हुए थे भाजपा के उम्मीदवार वीरेंद्र सिंह मस्त। तब सपा और बसपा साथ थे। अब बदला है परिदृष्य। क्या भाजपा इस सीट पर हैट्रिक लगा पाएगी..?
बलिया चुनाव डेस्क : लोकसभा सीट बलिया पर आइएनडीआइए की घेराबंदी इस बार भी मजबूत है, फर्क सिर्फ इतना है कि पिछले चुनाव में सपा और बसपा साथ मिलकर चुनाव लड़े थे, इस बार अलग-अलग ताल ठोक रहे हैं। बलिया में भाजपा वर्ष 2014 के चुनाव से ज्यादा मजबूत हुई है। वर्ष 2022 के विधान सभा चुनाव में विपक्ष ने भी अपनी मजबूती का एहसास जरूर कराया, लेकिन मतों में आगे नहीं निकल पाए। लोकसभा सीट बलिया में बलिया सदर, बैरिया, फेफना और गाजीपुर के दो विधान सभा क्षेत्र मुहम्मदाबाद और जहूराबाद है। वर्ष 2022 के विधान सभा चुनाव में मात्र एक सीट बलिया सदर में भाजपा विजयी रही। तीन सीट बैरिया, फेफना और गाजीपुर के मुहम्मदाबाद में सपा के विधायक बने। जहूराबाद सीट सुभासपा के खाते में गई। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के वीरेेंद्र सिंह मस्त ने सपा प्रत्याशी सनातन पांडेय कोे मात्र 15519 मतों के अंतर से हराया था। सपा और बसपा ने मिलकर कांटे की टक्कर दी थी। हालांकि इस बार का परिदृष्य बदला हुआ है। पिछले विधान सभा चुनाव चुनाव में पांच विधान सभा क्षेत्रों के वोटों को जोड़ दिया जाए तो भाजपा को 311217 वोट, सपा और सुभासपा मिलकर 297524 वोट, बसपा 809089 वोट और कांग्रेस 9679 वोट हासिल की थी। उस चुनाव में सुभासपा सपा के साथ थी, अब भाजपा के साथ है। सुभासपा का वोट सपा से अलग करने पर विधान सभा चुनाव में सुभासपा को 114860 वोट मिले थे। सपा के हिस्से में 182664 वोट आए। आम आदमी पार्टी काे पांचों विधान सभा क्षेत्रों में 2444 वोट मिले थे। इस हिसाब से देखा जाए तो विपक्ष आइएनडीआइए सपा, कांग्रेस और आप को मिलाकर पांचाें विधान सभा क्षेत्र में 194787 वोट मिलेे थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा 469114 वोट, सपा व बसपा गठबंधन को 453595 वोट और सुभासपा 35,900 वोट मिले थे। कांग्रेस की ओर से कोई प्रत्याशी नहीं दिया गया था। चुनाव मैदान में कुल 10 उम्मीदवार थे, लेकिन भाजपा और सपा में ही सीधी टक्कर थी। इस बार भी उसी अंदाज में मैदान सज रहा है। जातिगत समीकरण भी साधे जा रहे हैं। ऐसे में अब अनुसूचित जाति के वोटर ही निर्णायक की भूमिका में होंगे।
तीन विधान सभा क्षेत्रों में भाजपा, दो में सपा रही आगे
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बलिया लोकसभा क्षेत्र में पांच विधान सभा क्षेत्रों में बैरिया, बलिया नगर और फेफना में भाजपा आगे थी, लेकिन गाजीपुर के दो विधान सभा क्षेत्र मुहम्मादबाद और जहूराबाद में सपा आगे रही थी। उस चुनाव में बलिया सीट पर कांटे की टक्कर थी। हर किसी के लिए कुछ भी बता पाना मुश्किल था।
- 2019 का चुनाव परिणाम
- वीरेंद्र सिंह मस्त-भाजपा-4,69,114
- सनातन पांडेय-सपा-4,53,595
- विनोद-सुभासपा-35,900
- नोटा-9,615
- बलिया लोकसभा क्षेत्र में मतदाता-2024
- कुल मतदाता-19,12, 864
- कुल पुरुष मतदाता-10,26,474
- कुल महिला मतदाता 8,86,316
- कुल थर्ड जेंडर मतदाता-74
- मतदान केंद्र की संख्या-1057
- बूथों की संख्या-1807
- भाजपा का एक दशक से कब्जा
- 2014-भरत सिंह-भाजपा
- 2019-वीरेंद्र सिंह मस्त-भाजपा
जातिगत गोलबंदी के बीच सड़क पर बोल रहे दलगत वोट
बलिया संसदीय सीट पर ब्राह्मण, क्षत्रिय, यादव, अल्पसंख्यक, राजभर बाहुल्य है। ब्राह्मण व पिछड़ी जाति मतदाता निर्णायक होते हैं। इस सीट पर दल के हिसाब से जातिगत गोलबंदी भी हर साल देखी जाती है। इस बार के चुनाव में अभी मतदाता जातिगत अंदाज में नहीं खुलें हैं। दलगत वोट ही सड़क पर वोल रहे हैं।