अधिकांश गांवों में पक्ष व विपक्ष के समर्थक एक साथ बैठ कर करा रहे थे मतदान। लोकतंत्र के महापर्व में बिना किसी भय के अपने मताधिकार का सबने किया प्रयोग। बलिया में 1923643 मतदाताओं में से 51.84 प्रतिशत और सलेमपुर में 1776982 मतदाताओं में 51.25 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। बलिया में 13 और सलेमपुर में नौ प्रत्याशी मैदान में हैं। हालांकि इस बार बलिया और सलेमपुर में वर्ष 2019 के सापेक्ष कम मतदान हुआ है। इससे दलगत राजनीतिक समीकरण प्रभावित भी हो सकते हैं। वर्ष 2019 में बलिया में 11 प्रत्याशी मैदान में थे और 54.3 प्रतिशत मतदान हुआ था। सलेमपुर में 16प्रत्याशी मेदान में थे और 55.33 प्रतिशत मतदान हुआ था। पढ़िए पूरी रिपोर्ट..
बलिया : इस लोकसभा चुनाव में हर गांव में लोगों का मन-मिजाज भले ही दलगत बंटा हुआ था, लेकिन गांवों में मतदान के दिन जो आपसी एकता की तस्वीर दिखी, उसने हर किसी को प्रभावित किया। चुनाव प्रचार के समय दलगत समर्थक भले ही अपने-अपने समर्थन के दल व नेता को लेकर एक दूसरे से लड़ते रहे, भीड़ के साथ एक-दूसरे को मात देने की भी कोशिश करते रहे, लेकिन मतदान के दिन अधिकांश जगह एकता की खूबसूरत तस्वीर दिखी। अधिकांश मतदान केंद्रों से दूर अलग-अलग दलाें के समर्थक तिरपाल बिछाकर कुछ ही दूरी पर बैठे थे। मतदाता पर्ची दे रहे थे।
इससे गांव के मतदाताओं को भी सहूलियत थी। किसी भी दल के समर्थक मतदाता कहीं से भी पर्ची लेकर वोट दे रहे थे। वैसे अधिकांश घरों में बीएलओ के माध्यम से मतदान की पर्ची दी गई थी, फिर भी मतदाता दलगत टीम के पास जाकर ही मतदान केंद्र की ओर जा रहे थे। इस दौरान मतदाताओं से संकेत की भाषा में समर्थक अपने पक्ष में मतदान करने के लिए इशारे जरूर कर रहे थे, लेकिन इसमें भी तनाव वाली कोई बात नहीं थी। बलिया लोकसभा क्षेत्र के जयप्रकाशनगर से लेकर बलिया मुख्यालय तक 60 किमी के सफर के दौरान अधिकांश गांवों में ऐसी ही तस्वीर दिखी। हंसी-मजाक करते हुए एक-दूसरे पक्ष का भोजन भी कर रहे थे और एक दूसरे की पार्टी के संबंध में कटाक्ष भी। यह सब देख बड़े बुजुर्ग भी काफी खुश थे। दलजीत टोला में मिले बुजुर्ग बच्चालाल सिंह ने बताया कि पहले इसी लोकसभा चुनाव में भय का माहौल होता है। जगह-जगह मारपीट की घटनाएं होती थी, लेकिन चुनाव आयोग की सख्ती ने बहुत ही अच्छा काम किया है। अब लोकतंत्र में सभी बिना किसी भय के अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। किसी पर कोई दबाव नहीं है।
बूथों पर गिर रहे थे दनादन वोट, सड़कों पर था सन्नाटा
सुबह सात बजे से ही जिले के सभी बूथों पर वोट दनादन गिरने लगे थे, लेकिन सड़कों पर सन्नाटा था, वाहन नहीं चल रहे थे। छोटे-छोटे बाजारों में एक दो दुकानें खुली थी लेकिन मुख्य मार्ग एनएच-31 पर मांझ़ी घाट से बलिया तक सन्नाटा पसरा था। नगर में चित्तू पांडेय चौराहा, कुंवर सिंह चौराहा, कदम चौराहा, कदम चौराहा सहित शहीद पार्क चौक आदि में भी चाय-पान तक की दुकानें बंद दिखीं।
सामान्य मतदान केंद्रों पर दिखी दुर्व्यवस्था
इस भ्रमण के दौरान बहुत गावों में बूथ ऐसे मिले जहां के चुनाव कर्मिकों और पीठासीन अधिकारियों ने मतदान केंद्रों पर असुविधा का हवाला देते हुए अपनी व्यथा बताई। निर्वाचन आयोग व प्रशासन के लाख कवायद के बाद भी बहुत से मतदान केंद्रों पर दुर्व्यवस्था का आलम बना रहा। मतदान केंद्रों की जिन्हें जिम्मेदारी दी गई थी वे वहां की सुविधाओं को ठीक कराने के प्रति गंभीर नहीं हुए। माडल मतदान केंद्रों पर तो तमाम तरह की बेहतर सुविधाएं थीं, लेकिन सामान्य मतदान केंद्रों पर चिलचिलाती धूप में लंबी कतार में कई घंटे तक खड़े मतदाताओं के लिए न तो छांव की व्यवस्था थी और न ही पीने के लिए पानी ही उपलब्ध था। शहर के एलडी कालेज पर भी धूप से बचाव को कोई शेड नहीं लगाया गया था।
बिहार से आने वालों पर थी विशेष निगरानी
जनपद की सीमा कई स्थानों पर बिहार से सटी हुई है। बलिया लोकसभा क्षेत्र के जयप्रकाशनगर क्षेत्र में बिहार के आरा और छपरा दो जिलों से जुड़ा हुआ है। छपरा में पांचवे चरण में चुनाव हो चुका है, लेकिन आरा और बलिया का मतदान सातवें चरण मेें ही था। सीमा से सटे गांवों के शरारती तत्व मतदान में किसी भी तरह की बाधा न पहुंचाएं, इसके लिए बीएसटी बांध पर खखन के डेरा, गरीबा टोला मोड़ आदि स्थानों पर बाहरी फाेर्स को तैनात किया गया था। पुलिस कर्मी हर वाहन की तलाशी लेने के बाद ही ओ बढ़ने दे रहे थे।
हवा को मोड़ने में जुटे रही माउथ मीडिया
बूथों पर अपने समर्थन के प्रत्याशी के पक्ष में माउथ मीडिया काफी सक्रिय दिखी। भारी संख्या में ऐसे युवक एक-दूसरे मतदान केंद्र पर जा रहे थे और वहां यही बात कह रहे थे कि फलां बूथ पर केवल हमारी पार्टी का वोट गिर रहा है, हमारा प्रत्याशी तो जीत चुका है। हवा बनाने के क्रम में वे शाम पांच बजे तक लोगों को यही संदेश देते चल रहे थे। मतदाता सभी की सुन जरूर रहे थे, लेकिन अंदर जाकर अपने पसंद के प्रत्याशी को वोट डाल रहे थे।
सलेमपुर लोकसभा क्षेत्र मतदान प्रतिशत
कुल मतदाता-1776982
नौ बजे : 13.39
11 बजे : 27.94
एक बजे : 37.5
तीन बजे : 43.48
पांच बजे : 50.21
छह बजे : 51.25
बलिया लोकसभा क्षेत्र
कुल मतदाता 1923643
नौ बजे : 13.42
11 बजे : 27.8
एक बजे : 38.04
तीन बजे : 43.ण्54
पांच बजे : 50.56
छह बजे : 51.84
बलिया लोकसभा क्षेत्र-छह बजे तक मतदान-51.84
मतदान प्रतिशत विधानसभावार छह बजे तक
फेफना-52.98
बलिया नगर–51.19
बैरिया–45.01
जहूराबाद–56.14
मोहम्मदाबाद–53.10
सलेमपुर लोकसभा क्षेत्र-छह बजे तक मतदान-51.25
मतदान प्रतिशत विधानसभावार छह बजे तक
भाटपाररानी–54.49
सलेमपुर–49.29
बेल्थरारोड–51.95
सिकंदरपुर–53.77
बांसडीह–47.68