माध्यमिक शिक्षा परिषद सचिव की क्रास चेकिंग में पकड़ मेें आया यह मामला। सभी जनपदों के जिला विद्यालय निरीक्षक से मांगा है स्पष्टीकरण। 50 विद्यार्थी 10वीं के दो स्थानों से भरे हैं फार्म। 250 विद्यार्थी 12वीं के दो स्थानों से भरे हैं फार्म। 59665 विद्यार्थी हाईस्कूल में पंजीकृत। 67092 विद्यार्थी इंटरमीडिएट में हैं पंजीकृत। 163 परीक्षा केंद्र बोर्ड परीक्षा के लिए बने हैं।
बलिया : माध्यमिक शिक्षा परिषद में सभी तरह की व्यवस्था डिजिटल होने के बाद भी बोर्ड परीक्षा में फर्जीवाड़ा नहीं थम रहा है। जिले मेें हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में ऐसे 300 विद्यार्थी पकड़ में आए हैं जो दो स्थानों बोर्ड परीक्षा का फार्म भरे हैं। इसमें हाईस्कूल के 50 और इंटरमीडिएट के 250 विद्यार्थी हैं। प्रधानाचार्यों ने इनके फार्म को स्वीकृत भी कर लिया। माध्यमिक शिक्षा परिषद सचिव की क्रास चेकिंग में जब यह मामला पकड़ मेें आया तो सभी जनपदों में जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय को यह सूची भेजी कर रिपोर्ट मांगी गई है। जनपद में 34 राजकीय, 91 वित्त पोषित और 634 वित्त विहीन विद्यालय हैं। इन विद्यालयों से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के 1.26 लाख 757 विद्यार्थियों फार्म भरा है। इसमें हाईस्कूल के 59665 और इंटरमीडिएट के 67092 विद्यार्थी परीक्षा के लिए पंजीकृत हैं। आधार कार्ड के सत्यापन में दो स्थानों से फार्म भरने वाले विद्यार्थी बोर्ड की पकड़ में आए हैं। इनके बारे से स्थिति स्पष्ट करने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक को एक सप्ताह का समय दिया गया है।
दो स्थानों से पेपर और कापियों का होगा वितरण
बोर्ड परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र और कापियों के वितरण की व्यवस्था पिछले साल से बदली गई है। शहर के राजकीय बालिका इंटर कालेज से प्रश्न पत्रों का वितरण होता है, जबकि राजकीय इंटर कालेज से कापियों की वितरण किया जाता है। इस साल भी वहीं व्यवस्था रहेगी। बोर्ड परीक्षा में नकल पर नकेल कसने के लिए निगरानी की कड़ी व्यवस्था की जा रही है। यूपी बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए सभी विषयों के माडल पेपर जारी कर दिए हैं। जो भी छात्र बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले हैं, वह इनकी मदद से अपनी तैयारी को मजबूत कर सकते हैं।
बोले डीआइओस
जिला विद्यालय निरीक्षक बलिया देवेंद्र कुमार गुप्ता ने कहा कि बोर्ड परीक्षा में दो स्थानों से फार्म भरने वाले विद्यार्थियों की सूची बोर्ड से आई है। उस पर संबंधित विद्यालयों से रिपोर्ट मांगी गई है। विद्यालयों से आख्या मिलने के बाद एक स्थान से संबंधित विद्यार्थी का डाटा बोर्ड की ओर से हटा दिया जाएगा।