बलिया : योगेंद्र गिरी की मठिया गांव में शनिवार की शाम एक ऐसी हृदयविदारक घटना हुई जिसने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया। मामूली मोबाइल विवाद में हुए झगड़े ने एक युवक की जान ले ली, और जब उसका शव घर पहुंचा तो यह सदमा उसकी 92 वर्षीय मां के लिए जानलेवा साबित हुआ।
घटना का पूरा विवरण
अपर पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) कृपा शंकर के अनुसार, मोबाइल को लेकर दीनानाथ और सुमन के बीच कहासुनी हो गई। झगड़े के दौरान सुमन ने दीनानाथ को धक्का दिया, जिससे वह खड़ंजे पर गिर पड़े और उनके सिर में गंभीर चोट आ गई। घायल दीनानाथ को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जब दीनानाथ का शव घर पहुंचा, तो उनकी वृद्ध मां यह दर्द सहन नहीं कर सकीं। बेटे की मौत का सदमा इतना गहरा था कि 92 वर्षीय मां ने भी मौके पर ही दम तोड़ दिया। इस दोहरी त्रासदी से गांव में मातम का माहौल है।
पुलिस सतर्क
गांव में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। यह घटना महज एक मोबाइल विवाद से शुरू हुई लेकिन दो जानें लील गई। इसने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर कब तक छोटी-छोटी बातों पर हिंसा की कीमत निर्दोष लोगों को चुकानी पड़ेगी।