बलिया : बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से संचालित 2330 विद्यालयों में 2.23 लाख 554 बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन योजना का संचालन हुआ है। इसमें 68,808 बच्चे प्रति दिन मध्याह्न भोजन नहीं कर रहे हैं, जबकि 1.62 लाख 746 बच्चे गरमा गरम भोजन कर रहे हैं। यह आंकड़ा बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जनवरी में प्रस्तुत किया गया हैं। इस आधार पर सीएम डैस बोर्ड की समीक्षा की गई है। इसमें बताया गया है कि जिले के परिषदीय स्कूलों में औसतन 38 प्रतिशत विद्यार्थी विद्यालय हाजिर नहीं हो रहे हैं। खराब प्रगति के चलते बेसिक शिक्षा विभाग को डी ग्रेड दिया गया है। प्रदेश के 75 जिलों में बलिया का 60वां स्थान है। इसको लेकर जिलाधिकारी प्रवीण कुमार ने गुरुवार को सख्त चेतावनी दी है। बेसिक शिक्षा अधिकारी को तत्काल व्यवस्था में सुधार करने के लिए निर्देशित किया है। शासन स्तर से यह निर्देश है कि किसी भी विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति 75 प्रतिशत से कम नहीं होनी चाहिए, लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी से काफी संख्या में बच्चे अनुपस्थित रह रहे हैं। सरकार की तमाम व्यवस्था के बाद भी पठन-पाठन की स्थिति बेहतर नहीं होने के पीछे शिक्षकों की लापरवाही ही सामने आ रही है।
बोले अधिकारी
मनीष कुमार सिंह बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के के लिए लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। खंड शिक्षा अधिकारियों की जवाबदेही भी तय की जा रही है।