डोर-टू-डोर सर्वे में तेजी लाने के निर्देश। बसंतपुर में आजमगढ़, मऊ व बलिया के कोविड-19 की तैयारियों की समीक्षा में कही और भी कई महत्वपूर्ण बातें। आजमगढ़ व बलिया में प्रतिदिन एक हजार या 1500 तथा मऊ में कम से कम एक हजार टेस्ट करने को कहा। एल-2 अस्पताल में हर बेड पर तथा एल-1 अस्पताल में 50 प्रतिशत बेड आक्सीजनयुक्त रखने की दी स्वीकृति।
बलिया डेस्क : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने रविवार को बलिया में आजमगढ़ मण्डल में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने तीनों जनपद के प्रशासनिक अधिकारियों व स्वास्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए कांटेक्ट ट्रेसिंग और डोर-टू-डोर सर्वे पर विशेष जोर दें।
इसके लिए टीमें बनाकर उन्हें प्रशिक्षित करें और क्षेत्र में उनके कार्य पर हमेशा नजर बनाए रखें। ज्यादा से ज्यादा टेस्ट हो। समीक्षा के दौरान तीनों जनपद में मिली कमियों को दूर कराने के लिए संचारी रोग के निदेशक डॉ राजेन्द्र कपूर को निर्देश दिया कि 48 घंटे के अन्दर ये सारी कमियां दूर कराएं। बलिया में एल-2 अस्पताल में दस बेड होने की जानकारी देने पर कहा कि यहां बेड की संख्या बढ़ाई जाए और यह सुनिश्चित कराया जाए कि हर बेड पर आॅक्सीजन की सुविधा हो। तीनों जनपद के सीएमओ को निर्देश दिए कि सभी एडिशनल सीएमओ एवं डिप्टी सीएमओ के कार्य का निर्धारण कर उनको जिम्मेदारी दी जाए। मुख्यमंत्री ने तीनों जनपद के सीएमओ से एम्बुलेंस की उपलब्धता की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कोविड और नाॅन कोविड एम्बुलेंस अलग-अलग होनी चाहिए। कुल एम्बुलेंस में से पचास फीसदी एम्बुलेंस का उपयोग कोविड-19 से जुड़े सर्विलांस कार्य में करें।
किसी न किसी जिले में रहे कमिश्नर व डीआईजी
सीएम ने निर्देश दिया कि प्रतिदिन शाम को जिलाधिकारी व सीएमओ बैठकर समीक्षा करते रहें। मण्डलायुक्त व डीआईजी प्रतिदिन किसी न किसी जनपद में भ्रमण कर हर गतिविधि पर नजर रखें।
बलिया में शीघ्र शुरू होगा लैब
आजमगढ़ जनपद में आरटीपीसीआर लैब की स्थापना नहीं होने पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई। वहीं बलिया में लैब स्थापित करने की कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को विशेष निदेश दिए कि नर्सिंग होम एसोसिएशन व आईएमए एसोसिएशन के साथ समन्वय बनाए रखें और उनका भी सहयोग लें।
बलिया व रसड़ा पर रहे विशेष फोकस
मुख्यमंत्री ने कहा कि बलिया शहर में तेजी से फैलाव को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाएं जाएं। पर्याप्त टीमें लगाकर घर-घर सर्वे कराया जाए। बलिया के साथ रसड़ा पर भी विशेष फोकर कर वहां कोरोनो के प्रसार पर अंकुश लगाया जाए।
अस्थायी जेल के लिए जगह तय कर लें
कोविड-19 के दृष्टिगत बलिया व मऊ में अस्थायी जेल नहीं बनाए जाने पर सवाल करते हुए कहा कि हर जिले में अस्थायी जेल बनाने के निर्देश दिए गए थे। शीघ्र इस आदेश का अनुपालन हो और इसकी जगह तय कर लें।
युद्धस्तर पर हो फाॅगिंग व सफाई
सीएम ने कहा कि सप्ताह में पांच दिन कंटेनमेंट जोन को छोड़कर अन्य जगहों पर सारी गतिविधियां जारी रहेगी। शनिवार व रविवार की बंदी में व्यापक तौर पर स्वच्छता व सफाई का कार्य होगा। इस बीच फाॅगिंग, छिड़काव का कार्य पूरी क्षमता के साथ कराया जाए। इसकी सूचना क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को भी दी जाए।
बोले सीएम-मेरी भी इच्छा है बलिया में खुले मेडिकल कालेज
कोविड-19 की समीक्षा बैठक में लोकसभा क्षेत्र बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त व राज्यमंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ला ने बलिया में मेडिकल कालेज खोलने की बात कही। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी भी इच्छा है कि बलिया मे मेडिकल कालेज खुले। बताया कि संयोग से यहां का प्रस्ताव देर से मिला था। राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने आश्वस्त किया है कि यहां जमीन की उपलब्धता जैसे ही होगी, मेडिकल कालेज खोलने की कार्यवाही शुरू हो जाएगी। समीक्षा बैठक में सलेमपुर के सांसद रविन्दर कुशवाहा, राज्यसभा के सदस्य नीरज शेखर व सकलदीप राजभर, बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह, सिकंदरपुर विधायक संजय यादव, बेल्थरारोड विधायक धनन्जय कन्नौजिया ने भी अपने अहम सुझाव दिए।
अचानक पहुंचे जिला अस्पताल, मची खलबली
समीक्षा बैठक के बाद राज्यमंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ला के अनुरोध पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अचानक जिला अस्पताल की ओर चल दिए। अचानक हुए इस निरीक्षण से खलबली मच गयी। मुख्यमंत्री सीधे आपातकालीन कक्ष में पहुंचे और वहां चिकित्सा व्यवस्था का जायजा लिया। वार्डों में जाकर मरीजों से बातचीत की और स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में उनसे जानकारी ली। उन्होंने सीएमएस को निर्देश दिए कि अस्पताल में हमेशा मरीजों को बेहतर चिकित्सा व्यवस्था मुहैया कराई जाए और सफाई पर विशेष ध्यान रहे।