जब देश का प्रधानमंत्री ही 62 करोड़ किसानों की बात सुनने के बजाय पूंजीपतियों के पोषण के तीन खेती विरोधी काले कानूनों को सही बताए तो न्याय कौन देगा। जब देश के मुखिया ही तीन कृषि कानूनों के समर... Read more
जब देश का प्रधानमंत्री ही 62 करोड़ किसानों की बात सुनने के बजाय पूंजीपतियों के पोषण के तीन खेती विरोधी काले कानूनों को सही बताए तो न्याय कौन देगा। जब देश के मुखिया ही तीन कृषि कानूनों के समर... Read more