बलिया : पृथ्वी पर सामान्य स्वभाव वाले मनुष्य ही प्रभु के अति प्रिय होते हैं। ऐसे व्यक्ति संकीर्तन करके असंभव से असंभव कार्यों की सिद्धि प्राप्त कर सकते हैं। यह उद्गार संत हरिहरानंद जी महराज... Read more
पद पर आसीन होने के बाद यदि इंसान को पद का अभिमान हो जाए तो पतन निश्चित है। ऐसे लोगों को पदच्युत होने के बाद समाज अच्छी निगाहों से नहीं देखता। वे स्वयं भी पश्चाताप की अग्नि में जलते रहते हैं।... Read more
रानीगंज के देवकी छपरा में 17 साल की परंपरा को कायम रखते हुए खपडि़या बाबा आश्रम के परम पूज्य संत स्वामी हरिहरानंद जी महराज संतोष सोनी के दरवाजे पर 24 घंटे के अखंड कीर्तन के बा... Read more