आस्थावानों ने महर्षि भृगु, दर्दर मुनि व बाबा बालेश्वर की मंदिर में जाकर मात्था टेका। पौराणिक काल से ही भृगुक्षेत्र में कार्तिक पूर्णिमा को जन समागम की उदात्त, अलौकिक परंपरा चली आ रही है। सुब... Read more
गंगा की जलधारा को अविरल बनाए रखने के ऋषि मुनियों के प्रयास का जीवंत प्रमाण है ददरी मेला। गंगा के प्रवाह को बनाए रखने के लिए महर्षि भृगु ने सरयू नदी की जलधारा को अयोध्या से अपने शिष्य दर्दर म... Read more
विहिप के जिलाध्यक्ष मंगलदेव चौबे के नेतृत्व में कार्यकर्ता महावीर घाट स्थित संगम तट पहुंचे और नदी के बीचोंबीच से कलश में गंगाजल भरा। इसके बाद भृगु मंदिर पहुंच मिट्टी लिये। इसके पश्चात गंगाजल... Read more