अभियोजन पक्ष ने एक आवेदन देकर उसके खिलाफ झूठा बयान देने के लिए मामला दर्ज करने का अनुरोध किया। वहीं अदालत ने कानून की छात्रा को सुनवाई के अगले दिन 15 अक्तूबर तक अपना काउंटर दाखिल करने को कहा है। कानून की इस छात्रों ने पूर्व भाजपा मंत्री चिन्मयानंद पर यौन शोषण और उत्पीड़न का आरोप लगाया था।
नई दिल्ली : भाजपा नेता व पूर्व मंत्री चिन्मयानंद की नंग-धड़ंग मालिश करवाने का वीडियो वायरल करके देश में सियासी तूफान लाने वाली पूर्व कानून छात्रा अपने बयान से पलट गई है। अतिरिक्त जिला जज पवन कुमार राय की विशेष अदालत के समक्ष मंगलवार को 24 वर्षीय कानून की छात्रा,जिसने पूर्व भाजपा मंत्री चिन्मयानंद पर यौन शोषण और उत्पीड़न का आरोप लगाया था, ने अपने पूर्व बयान को खारिज कर दिया है। शाहजहांपुर में चिन्मयानंद के एक ट्रस्ट द्वारा चलाए जा रहे लॉ कॉलेज की छात्रा रही महिला ने अदालत को बताया कि उसने पूर्व केंद्रीय मंत्री के खिलाफ आरोप उपद्रवियों के दबाव में लगाए थे। वहीं अभियोजन पक्ष ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए एक आवेदन दिया है। छात्रा की ओर से जिरह कर रहे सरकारी वकील अभय त्रिपाठी का कहना है कि अपने बयान से कानून की छात्रा के पीछे हटने के बाद, मैंने उसे ‘होस्टाइल’ घोषित कर दिया और अदालत से उसकी क्रास एक्जामिन करने की अनुमति मांगी। क्रॉस एक्जामिन में कानून की छात्रा ने कहा कि उसने बदमाशों के दबाव में पहले बयान दिया था। उसने यह भी कहा कि जब उसने पुलिस में शिकायत दर्ज की थी तो वह दबाव में थी। हालांकि महिला ने उन कथित ‘बदमाशों’ की पहचान नहीं की, जिनके दबाव में आरोप लगाने की बात उसने विशेष अदालत में दर्ज करवाया है। अभियोजन पक्ष ने एक आवेदन देकर उसके खिलाफ झूठा बयान देने के लिए मामला दर्ज करने का अनुरोध किया। वहीं अदालत ने कानून की छात्रा को सुनवाई के अगले दिन 15 अक्तूबर तक अपना काउंटर दाखिल करने को कहा है।