बैरिया तहसील के दुर्जनपुर में लंबे समय से चल रहा था, कोटे की दुकान के लिए दांव-पेंच। अंदरखाने में एक-दूसरे पक्ष से सफेदपोश भी कर रहे थे मदद। तमाम बिंदुओं की जानकारी के बाजूद बैठक में प्रशासन की ओर से नहीं किया गया था, सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम। जिसके चलते बहस के बाद शुरू हो गई खूनी जंग।
बलिया डेस्क : व्यवस्था का इंतजाम नहीं किया गया। यहां के वर्तमान प्रधान कृष्ण कुमार यादव सपा के समर्थक हैं और मृतक जयप्रकाश पाल भी सपा की ओर का ही बताया जा रहा है। वह भी गांव के प्रधान के पक्ष का था। वहीं गोली चालाने वाला आरोपति धीरेंद्र सिंह, डब्लू भाजपा के कार्यकर्ता है, ये वर्तमान में बैरिया के भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह के पक्ष में रहते थे।
इस तरह हुआ बवाल का जन्म
बलिया के ग्राम सभा दुर्जनपुर और हनुमानगंज की कोटे की दो दुकानों के आवंटन के लिए गुरुवार को पंचायत भवन पर बैठक बुलाई गई थी। इसमें एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेन्द्र प्रताप सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी। दुकानों के लिए चार स्वयं सहायता समूहों ने आवेदन किया। इसमें भी वहां दुर्जनपुर की दुकान के लिए आम सहमति नहीं बन सकी। ऐसे में दो समूहों मां सायर जगदंबा स्वयं सहायता समूह और शिव शक्ति स्वयं सहायता समूह के बीच मतदान कराने का निर्णय लिया गया। वहां मौके पर मौजूद अधिकारियों ने कहा कि जिसके पास आधार कार्ड या अन्य कोई पहचान पत्र होगा वही मतदान करेगा। इसमें एक पक्ष के पास तो आधार कार्ड था, लेकिन दूसरे पक्ष के पास कोई पहचान पत्र नहीं था। इसी बात पर दोनों पक्षों में वाद-विवाद शुरू हुआ। इसके बाद बात इतनी बढ़ गई कि लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर चलने लगा। इसी बीच एक पक्ष की ओर से फायरिंग शुरू हो गई। इसी दौरान दुर्जनपुर के 46 वर्षीय जयप्रकाश उर्फ गामा पाल को ताबड़तोड़ चार गोलियां मार दी गईं। जयप्रकाश को गोली चलते ही भगदड़ मच गई। गोली लगने से घायल जयप्रकाश को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
आरोपित के घर पुलिस ने की तोड़फोड़
देर रात आजमगढ़ के डीआईजी दुर्जनपुर पहुंचकर पीड़ित परिवार से मिले। उसके बाद स्थानीय पुलिस ने धीरेंद्र सिंह डब्लू के आवास पर पहुंच कर उनके दरवाजे पर खड़ी वाहनों को नुकसान पहुंचाया। जंगला खिड़की उखाड़ी, महिलाओं को भी भद्दी-भद्दी गालियां दी। पुलिस की शिथिलता से हुए इस कांड में पुलिस अब तत्परता दिखाने के लिए कुछ भी करने को तैयार दिख रही है। अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी ब्रजभूषण शुक्रवार के दोपहर लगभग 12 बजे लावलश्कर के साथ जब दुर्जनपुर पहुंचे, घटना स्थल के निरीक्षण के बाद मृतक जय प्रकाश पाल की पत्नी धर्मशीला देवी व अन्य परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना देकर कहा कि जल्द ही सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उनके खिलाफ इस तरह की कार्यवाई की जाएगी कि भविष्य में कोई व्यक्ति इस तरह की घटना करने का दुस्साहस ना कर सके।
अभी तक एक आरोपी गिरफ्तार
एडीजी वाराणसी ब्रजभूषण ने दुर्जनपुर में पत्रकारों की बताया कि नामजद आठ आरोपियों में से एक कि गिरफ्तारी शुक्रवार की सुबह रेवती के निकट से किया गया है जो मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह डब्लू का भाई देवेंद्र प्रताप सिंह है। शेष आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की दस टीमें गठित की गई हैं, जो जगह-जगह छापेमारी कर उन्हें गिफ्तार करने का प्रयास कर रही है।
घटना की निंदा के बाद आरोपित के पक्ष में उतरे विधायक
स्थानीय भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने दुर्जनपुर की घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना दुखद है कोई भी सभ्य व्यक्ति ऐसी घटनाओं का समर्थन नहीं करेगा। मैं पुलिस व प्रशासन के लोगों मांग करता हूं कि इस घटना का निष्पक्ष तरीके से जांच करे। दुकान की आवंटन की बैठक में गई धीरेंद्र सिंह के घर के तीन महिलाओं को दूसरे पक्ष के लोगों ने मारपीट कर बुरी तरह घायल कर दिया है। महिलाओं को बचाने गए चार पुरूष सदस्य भी बुरी तरह घायल हो गए। अगर धीरेंद्र सिंह फायरिंग नहीं करते तो उनके परिवार के सात लोग मारे जाते। आत्मरक्षा के लिए ही लाइसेंसी हथियार रखा जाता है। उन्होंने ने कहा कि धीरेंद्र सिंह, डब्लू भाजपा का कार्यकर्ता है, इसे नकारा नहीं जा सकता। चाहे विधानसभा का चुनाव हो या लोकसभा का उसने दियरांचल में भाजपा के लिए समर्थन जुटाने में कोई कसर बाकी नहीं रखा।
सपा के ओर से भी व्यक्त की गई शोक संवेदना
पूर्व विधायक सुभाष यादव व पूर्व विधायक, जय प्रकाश अंचल ने भी शुक्रवार को दुर्जनपुर पहुंच कर मृतक के परिजनों से मिलकर संवेदना व्यक्त की और इस घटना के आरोपितों के खिलाफ कठोर कार्यवाई करने की मांग की। इसके साथ ही मृतक के परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की।