बिहार की 243 सीटों चुनाव के नतीजे 10 नवंबर को आएंगे। परिणामों से पहले कई न्यूज़ चैनल और रिसर्च एजेंसियां अपने-अपने एग्ज़िट पोल दे चुके हैं। अधिकांश एग्जिट पोल महागठबंधन को बहुमत मलिते दिखा रहे हैं, लेकिन दैनिक भाष्कर अखबार एक बार फिर नीतीश की ही सरकार बनने की बात कह रहा है, लेकिन 30 सीटों से खेल बिगाड़ने की बात भी कही जा रही है। आइए समझते हैं अलग-अलग चैनलों के एग्जिट पोल की गणित।
बलिया टुडे डेस्क : बिहार विधानसभा चुनाव के संभावित नतीजे क्या होंगे, इसके लिए दैनिक भास्कर ने एग्जिट पोल किया। इसके मुताबिक, 120 से 127 सीटों के साथ NDA की सरकार बनती दिख रही है। हालांकि, राज्य में 30 सीटें ऐसी हैं, जिसके नतीजे नीतीश कुमार का खेल बिगाड़ भी सकते हैं। इन 30 सीटों पर सबसे कड़ा मुकाबला है।
NDA में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी रहेगी, राजद इस बार जदयू से पीछे, चिराग के दावे भी हवा में होंगे। भाष्कर के विश्लेषण के मुताबिक, इस चुनाव में भाजपा सबसे बड़ा दल होगा। जदयू के मुकाबले राजद थोड़ा फायदे में रहेगा, लेकिन कांग्रेस की परफॉर्मेंस खराब रही तो तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री की कुर्सी से दूर रह ही जाएंगे।
30 सीटों पर कड़ा मुकाबला
सभी 243 सीटों पर वोटरों के बीच से जीत-हार का हिसाब निकालने के बावजूद भाष्कर इस नतीजे पर हैं कि 23 सीटों पर तीनतरफा कड़ा मुकाबला है, जबकि 7 सीटों पर आमने-सामने की कड़ी टक्कर है। इन 30 सीटों पर मुख्य रूप से राजद, जदयू और लोजपा के बीच टकराव है। इन सीटों पर नतीजे किस तरफ जाएंगे, ये साफ तौर पर कह पाना अभी मुश्किल है। यहां अगर भाजपा-जदयू ने जमीन गंवाई तो नीतीश की राह मुश्किल होगी।
23 सीटें, जहां तीनतरफा है मुकाबला
नौतन, चिरैया, रुन्नी सैदपुर, निर्मली, किशनगंज, अमौर, रुपौली, बिहारीगंज, गौराबौड़ाम, हथुआ, बनियापुर, मोहिउद्दीननगर, अलौली, पीरपैंती, अमरपुर, कटोरिया, सूर्यगढ़ा, शेखपुरा, हिलसा, पालीगंज, तरारी, कुर्था, सिकंदरा पर तीनतरफा मुकाबला है। इनमें से कई सीटों पर लोजपा राजद और जदयू का खेल खराब करने की स्थिति में है।
7 सीटें, जहां आमने-सामने का है मुकाबला
बोचहा, कुचायकोटे, रघुनाथपुर, गोरियाकोठी, नबीनगर, औरंगाबाद, बोधगया में दो दलों के बीच मुकाबला है।
पहले फेज में NDA, दूसरे-तीसरे फेज में महागठबंधन पिछड़ा
दो महीने पहले तक जदयू के नेतृत्व में NDA को महागठबंधन से बहुत आगे निकल जाने की उम्मीद थी, लेकिन पहले फेज की वोटिंग में हालात बदलते दिखे। पहले फेज में वोटिंग पर्सेंटेज कम देखकर NDA सरकार बनने की उम्मीद टूटती नजर आ रही थी, लेकिन दूसरे और आखिरी फेज ने महागठबंधन के लिए अच्छे संकेत नहीं दिए।
लोजपा 15 साल बाद पार कर सकता दहाई का आंकड़ा
कांग्रेस अकेले कम से कम 19 सीटें लाती दिख रही है, जबकि राजद को कम से कम 52 सीटें मिल रही हैं। भाजपा 63 और जदयू 58 सीटों पर जीतते दिख रहा है। भाजपा के साथ सरकार बनाने का दावा कर रहे चिराग पासवान की लोजपा की 12 से 23 सीटें पक्की नजर आ रही हैं। अगर ऐसा हुआ तो 15 साल बाद लोजपा का दहाई का आंकड़ा पार हो जाएगा। VIP को दो-दो सीटें मिलती दख रही हैं। वामपंथी दल 9 सीटों पर जीतते दिख रहे हैं।
अन्य चैनल किसको दे रहे कितनी सीटें
एबीपी न्यूज़ सी वोटर- एनडीए को 104-128 सीटें और महागठबंधन को 108-131 सीटें आ सकती हैं. इस एग्ज़िट पोल के अनुसार एलजेपी 1-3 सीटों पर सिमटती दिख रही है।
टाइम्स नाउ-एनडीए को 116 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है. इस एग्ज़िट पोल में महागठबंधन को 120 सीटें और एलजेपी को 1 सीट मिलने का अनुमान लगाया गया है।
रिपब्लिक जन-एनडीए को 91-117, महागठबंधन को 118-138 और एलजेपी को 5-8 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है।
टीवी-9 भारतवर्ष-एनडीए को 110-120, महागठबंधन को 115-125 और एलजेपी को 3-5 सीटें मिल सकती हैं।
आजतक-एक्सिस माई इंडिया के मुताबिक महागठबंधन को 139-161 सीटें मिल सकती हैं और एनडीए के खाते में सिर्फ 69-91 सीटें आने का अनुमान है।
टूडेज चाणक्य-महागठबंधन को 180 सीटें मिलने का अनुमान है और जेडीयू को सिर्फ 55. पोल में 11 सीटों का मार्जिन रखा गया है, यानी कि दोनों की 11 सीटें कम ज़्यादा हो सकती हैं।