अगामी 16 नवंबर को जेपी के गांव सिताबदियारा जयप्रकाशनगर के संसार टोला यदि वास्तव में सपा के मुखिया अखिलेश यादव इस समारोह में शामिल होते हैं तो यह सभी यदुवंशियों के लिए एक अलग संदेश होगा। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस समारोह में बैरिया विधान सभा के लिए सपा के टिकट की पटकथा न लिख दी जाए।
बलिया टुडे डेस्क : जेपी के गांव सिताबदियारा में कोड़रहा नौबारार ग्राम पंचायत के संसार टोला में विगत पांच वर्षों से गोवर्धन पूजा का आयोजन होते आ रहा है। अभी तक यह आयोजन ग्राम पंचायत तक सीमित था, लेकिन अब यह समारोह द्वाबा की राजनीति पर भी असर डालने हुए दिख रहा है। इसलिए कि इस बार इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सपा के मुखिया पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आमंत्रित किया गया है। यह निमंत्रण कोड़रहा नौबरार की प्रधान रूबी सिंह ने दर्जन भर यदुवंशियों के साथ लखनऊ जाकर अखिलेश यादव को दिया है। प्रधान रूबी सिंह के पति सूर्यभान सिंह बैरिया विधान सभा से सपा के टिकट की दावेदारी भी कर रहे हैं। अगामी 16 नवंबर को यदि वास्तव में सपा के मुखिया अखिलेश यादव इस समारोह में शामिल होते हैं तो यह सभी यदुवंशियों के लिए एक अलग संदेश होगा। कयास लगाए जा रहे हैं कि इसी समारोह में कहीं बैरिया विधान सभा के लिए सपा के टिकट की पटकथा न लिख दी जाए। हालंकि इस बात को लेकर अभी तक सपा के किसी अन्य नेता की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आई है, लेकिन अंदरखाने टिकट के दावेदारों में खलबली जरूर है।
इस विधान सभा से सपा के टिकट पाने के दौड़ में आधा दर्जन से अधिक लोग हैं। सबके अपने-अपने दावे हैं। मन में टिकट पाने का अटूट विश्वास भी। इस वजह से जेपी के गांव का यह गोवर्धन पूजा बैरिया विधान सभा में एक अलग राजनीति की इबादत लिखेगा। निमंत्रण प्राप्त करने के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अपनी सहमति भी जताई है। प्रधान की ओर से कहा जा रहा है कि सपा मुखिया ने यह आश्वासन दिया है कि उस दिन तक यदि वे व्यस्त नहीं रहे तो वह इस कार्यक्रम में हर हाल में शामिल होंगे। यदि कोई जरूरी कार्य आ भी गया तो उनका कोई कद्दावर प्रतिनिधि कार्यक्रम में अवश्य शामिल होगा। गांव में इस आयोजन की तैयारी शुरू कर दी गई है। यदुवंशी समाज भी पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आने की बात सुनकर काफी खुश हैं।
नैतिक बंधन में बधा रहे समाज, ऐसा है मेरा प्रयास
कोड़रहा नौबारार की प्रधान रूबी सिंह ने कहा कि गोवर्धन पूजा में हर साल मेरा यही प्रयास रहता है कि हमारे गांव का समाज सदैव गांव के नैतिक बंधन में बधा रहे। इसके पीछे कोई और कारण नहीं है। मै उस गांव की प्रधान हूं, जब मै पहली बार ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ रही थी, तभी यदुवंशी समाज के साथ मिल कर इस पूजा को भव्य रूप देना शुरू किया था। इस बार उसकी भव्यता और भी बढ़ने वाली है। कोरोना को लेकर कुछ सीमति तैयारियां जरूर की गई हैं, लेकिन परंपरा के अनुसार गोवर्धन पूजा मनाने की हमारी तैयारी है। इसे मै राजनीति से जोड़कर नहीं देख रही। यह हमारे गांव की धार्मिक परंपरा है। इसे हम सभी मिलकर श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाते हैं।
सेवक सिर्फ सेवा करता है, अपेक्षा नहीं
इस कार्यक्रम को लेकर सपा नेता सूर्यभान सिंह से बात करने पर उनका कहना था कि राजनीति मेरे लिए सिर्फ सेवा का माध्यम रही है। मै एक सेवक हूं, समाज की सेवा करता हूं, कोई अपेक्षा नहीं करता। गोवर्धन पूजा में यदि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश जी का आगमन होता है तो उससे समाज को एक अलग संदेश मिलेगा। हमारे गांव का यह इतिहास रहा है, इसी गांव से जेपी रूप में समाजवाद की असल खुश्बू निकली थी। इस बार अखिलेश जी के माध्यम से इस गांव से निकला सामाजवादी संदेश पूरे प्रदेश को संदेश देगा। एक-दो दिनों में कार्यक्रम की पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी। गोवर्धन पूजा का कार्यक्रम सामाजिक एकता का प्रतीक है। इस कार्यक्रम में समाज में बेहतर कार्य करने वाले हर वर्ग के लोगों को सम्मानित करने की भी परंपरा रही है। उनसे यह सवाल कि बैरिया से आप भी सपा से टिकट के दावेदार हैं, इस कार्यक्रम की आड़ में कहीं विधान सभा की राजनीति तो नहीं हो रही है। इस पर उनका जवाब था कि मैने पहले ही कहा कि राजनीति मेरे लिए सिर्फ सेवा का माध्यम है। हमारे वरिष्ठ नेता यदि मुझे विधान सभा के योग्य समझेंगे तो वह मेरे ऊपर अवश्य विचार करेंगे।