मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने की मेला लगाने की घोषणा, खुश हुए अनशनकारी। मेला आयोजन के पक्ष में कई सामाजिक कार्यकर्ता कर रहे थे आमरण अनशन। अनशनकारियों ने मंत्री के समक्ष यह मांग भी रखा कि इस मेले को राजकीय मेला का दर्जा दिलाया जाए। मेले के लिए स्थाई भूमि आवंटित की जाए, पशु मेले के लिए भी स्थाई भूमि आवंटित की जाए तथा गंगा मार्ग को कूडे़ से मुक्त किया जाए।
बलिया टुडे डेस्क : कार्तिक पूर्णिमा से लगने वाले ददरी मेला स्थगित किए जाने को लेकर जनपद भर में विरोध प्रदर्शन ने जिला प्रशासन व सरकार के लोगोें पर मंगलवार को असर डाला। राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने मेला लगने की बात पर अपनी सहमति जताई। इसके बाद में विरोध के स्वर नरम पड़े। इस मेला के आयोजन को लेकर नगर के लोग सबसे ज्यादा व्याकुल थे। व्यापारी वर्ग भी जिला प्रशासन के निर्णय से नाराज था। युवा और छात्र नेता, साहित्यकार, गीतकार भी लगातार जिला प्रशासन के विरोध में अपना राग अलाप रहे थे। मेला आयोजन के पक्ष में हस्ताक्षर अभियान भी चलाया जा रहा है। सोमवार से युवाओं ने मेला के लिए आमरण अनशन भी शुरू कर दिया था। अनशनकारी विकास पांडेय लाला, सागर सिंह राहुल, रूपेश चौबे, अंकित सिंह, धनजी यादव, रवि सोनी आदि के बीच पहुंचे राज्य मंत्री मेला लगाने की घोषणा वहीं पर की। मंत्री ने सभी को जूस पिलाकर उनका अनशन समाप्त कराया। अनशनकारियों ने मंत्री के समक्ष यह मांग भी रखा कि इस मेले को राजकीय मेला का दर्जा दिलाया जाए। मेले के लिए स्थाई भूमि आवंटित की जाए, पशु मेले के लिए भी स्थाई भूमि आवंटित की जाए तथा गंगा मार्ग को कूडे़ से मुक्त किया जाए।
मेले को बहुत जल्द प्राप्त होगा राजकीय दर्जा
अनशनकारियों की बात सुनने के बाद मंत्री ने कहा कि बलिया की ऐतिहासिकता को बनाए रखने वाले ददरी मेला का आयोजन, उसी तरह से होगा, जिस तरह से हर साल होता है। इस मेले को राजकीय दर्जा दिलाने की दशा में बात काफी आगे बढ़ चुकी है। बहुत जल्द इस मेले को राजकीय दर्जा प्राप्त हो जाएगा। पशु मेले के लिए स्थाई भूमि भी आवंटित करा दी जाएगी। इसके लिए प्रशासन ने पहल शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि नंदी ग्राम का भूमि पूजन दीपावली बाद की जाएगी। साथ ही कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर इस साल लंबा स्नान घाट बनेगा। इसकी भव्यता की तैयारी शुरू हो गई है। ददरी मेला की भूमि अधिग्रहण करने में नगर पालिका परिषद के कर्मचारी लग गए है। इस दौरान मंत्री जी ने ददरी मेले के लिए पांच सदस्यीय टीम का गठन किया। इसमें विकास पांडेय लाला, सुमित मिश्रा गोलू, अमित दुबे, रूपेश चौबे तथा सागर सिंह राहुल का नाम सम्मिलित किया। इस मौके पर रणवीर सिंह सेंगर, रजनीश पांडेय, पूर्व जिला पंचायत सदस्य अरुण सिंह, चंदन ओझा, जैनेन्द्र पांडेय, अरुण कुमार, सुमित मिश्रा गोलू, विवेक ओझा, अभिजीत पांडेय, अंजनी चौबे बागी, अतुल पांडेय, धनंजय सिंह बिसेन, आदित्य सिंह, सौरभ पाठक, प्रशांत पांडेय रिंसु, सूरज तिवारी, निखिल पांडेय, प्रदीप भोला, आलोक भारती, अशोक गुप्ता, गोपाल जी, विवेक पांडेय, अचिन्त्य त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे। सभी की ओर से आभार व्यक्त अमित दुबे ने किया।
अधिकारियों संग घाट का किया निरीक्षण
महर्षि भृगु की धरती पर कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान घाट को लेकर प्रशासन ने तैयारी तेज कर दी है। मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने अधिकारियों के साथ महावीर घाट मार्ग से संगम तट तक मार्ग का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने नगर पालिका परिषद के ईओ दिनेश कुमार विश्वकर्मा व सिटी मजिस्ट्रेट नागेंद्र सिंह को घाट को चौड़ा बनाने का निर्देश दिया। कोरोना को देखते हुए स्नान घाट पर फैलाव होना चाहिए। कहा कि महावीर घाट से लेकर संगम तट तक सड़क को समय रहते दुरूस्त कर दिया जाए। इसमें किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।