यूपी में योगी की पुलिस का खौफ नहीं रहा। सभी जनपदोें में क्राइम बढ़ते दिख रहे हैं। इसके बाद भी प्रशासनिक ढ़ांचे में कोई बदलाव होते नहीं दिख रहा है। बलिया में 24 घंटे के अंदर चार मर्डर हो गए। इसमें एक मर्डर लव जिहाद में होना बताया जा रहा है।
बलिया डेस्क : बलिया में सदर कोतवाली क्षेत्र के बहेरी नई बस्ती में शुक्रवार की देर रात बदमाशों ने मोटर पार्ट्स विक्रेता रमेश प्रताप सिंह (55) की गला रेतकर हत्या कर दी। उनका शव मकान के अहाते में झाड़ियों के बीच मिला। रमेश के गले में बिजली का तार बंधा हुआ था। मौका-ए-वारदात के हालात बता रहे थे कि बदमाशों से उनका संघर्ष भी हुआ होगा। इस घटना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। रमेश देर शाम जलालपुर स्थित दुकान बंद कर अपने घर पहुंचे थे। उनकी पत्नी मोहल्ले में किसी मांगलिक कार्यक्रम में शामिल होने गई थी।
साग के लिए खेत में गई किशोरी का गला रेता
एक दूसरे समुदाय के युवक ने सिकंदरपुर थाना क्षेत्र स्थित लीलकर गांव के नारायणपुर मठिया में अपनी सहेलियों के साथ साग निकालते गई एक किशोरी की खेत में ही गला रेत कर हत्या कर दी। मनियर थाना क्षेत्र के बधौता निवासी सुरेश साहनी की बेटी रितिका इन दिनों नरायणपुर मठिया अपने नाना विक्रम साहनी के यहां आई थी। वह दोपहर में अपनी सहेलियों के साथ गांव के बाहर खेत में साग निकालने गई थी। इसी दौरान सैयद पुत्र मोइदुद्दीन अचानक वहां पहुंच गया। उसने किशोरी को पकड़ लिया और उसे जमीन पर पटककर धारदार हथियार से गला रेत दिया। किशोरी की मौके पर ही मौत हो गई। यह देख उसके साथ गईं सहेलियां शोर मचाते हुए भाग निकलीं। इधर घटना को अंजाम देने के बाद सैयद भागने लगा। यह देख आसपास के लोगों ने पीछा कर उसे दबोच लिया। ग्रामीणों ने पिटाई करते हुए सैयद को पुलिस को सौंप दिया। यह कांड लव जिहाद में होने की बात बताई जा रही है। घटना की सूचना पर पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ समेत कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ ने घटनास्थल का जायजा लेते हुए मृतका की नानी से बात की। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है। पुलिस कई बिंदुओं पर मामले की जांच कर रही है।
सोते वक्त ईंट से कूंचकर मां-बेटी की हत्या
इसी दिन भीमपुरा थाना क्षेत्र के अहिरौली गांव में दलित वर्ग की मां-बेटी की ईंट से कूंचकर हत्या कर दी गईं। वीरेंद्र राम वाराणसी में बिजली विभाग में कार्यरत हैं। वह अपने तीन पुत्रों जयराम, मुन्ना व छोटे लाल के साथ वहीं पर रहते हैं। घर पर उनकी पत्नी सुरजावती देवी (55) व बेटी रानी (22) रहती थीं। इन दिनों मां-बेटी गांव के बाहर डेरा पर झोपड़ी में रहती थीं, इसलिए वहां लोगों का आना-जाना कम था। शुक्रवार को सूप बेचने वाली महिलाएं वहां गई थीं। आवाज देने पर झोपड़ी के अंदर से कोई हलचल नहीं हुई। इस पर महिलाएं अंदर जाकर देखने लगीं। इस दौरान अगल-अलग चारपाई पर खून से लथपथ मां-बेटी का शव पड़ा था। 24 घंटे के अंदर हुई चार हत्याओं से कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं।