जिलाधिकारी ने बसंतपुर पक्षी विहार का किया निरीक्षण, दिए जरूरी दिशा-निर्देश। बाउंड्री के एक किमी का एरिया इको सेंसिटिव जोन, कोई भी निर्माण कार्य प्रतिबंधित। सुरहा ताल के बाहरी एक किमी का एरिया, यानि मेन बाउंडी के अंदर स्थित एक किमी की परिधि वाली बाउंडी इको सेंसिटिव जोन में है।
बलिया : जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने शुक्रवार को बसंतपुर स्थित पक्षी विहार का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि पक्षी बिहार में स्थित पार्क को बेहतर करने के लिए पहल किया जाएगा। कम से कम सीमित जगह में ही सही, पर पार्क को बेहतर स्वरूप दिया जाने का प्रयास होगा। निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने बताया कि सुरहा ताल के बाहरी एक किमी का एरिया, यानि मेन बाउंडी के अंदर स्थित एक किमी की परिधि वाली बाउंडी इको सेंसिटिव जोन में है। इसमें किसी भी तरह का आवासीय या वाणिज्यिक निर्माण कार्य प्रतिबंधित है। वन विभाग व बसंतपुर पुलिस चैकी को इस पर नजर रखने व ऐसा कहीं कुछ हो तो तत्काल प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित करने के निर्देश दिए।
प्लाटिंग होने पर नोटिस जारी करने के दिए निर्देश
पक्षी विहार के भ्रमण के बाद वापसी के समय जिलाधिकारी ने देखा कि सड़क के किनारे मिट्टी भरकर प्लाटिंग का कार्य किया जा रहा था। इस पर वह वहां रूके, लेकिन मौके पर कोई मौजूद नहीं था। जिलाधिकारी ने डिप्टी कलेक्टर सर्वेश यादव को निर्देश दिया कि तहसील सदर से समन्वय बनाकर जिम्मेदार अफसर के जरिए नोटिस जारी कराएं। अगर इको सेंसिटिव जोन में यह कार्य हो रहा है तो सख्त कार्रवाई भी सुनिश्चित कराएं।
ड्रोन से कराया जाएगा सर्वे
जिलाधिकारी ने कहा कि सुरहा ताल के असली स्वरूप को चिन्हित करने के लिए एक सर्वे कराए जाने का प्रयास होगा। इसके लिए ड्रोन के सहारे सर्वे कराया जाए। इस ताल को बेहतर बनाने के लिए जो मास्टर प्लाॅन बनेगा, उसमें यह काम आएगा। भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने पक्षी बिहार में हो रहे कार्याें का भी निरीक्षण किया। सड़क किनारे हो रहे पटरी निर्माण के कार्य को देखा और सम्बन्धित ठेकेदार को गुणवत्तापरक कार्य कराने का निर्देश दिया।
पुलिस चैकी व पौधशाला देखी
शहीद स्मारक में भ्रमण के दौरान डीएम श्री शाही ने बसंतपुर पुलिस चैकी व राजकीय पौधशाला का भी निरीक्षण किया। उन्होंने पौधशाला की जर्जर हालत का कारण पूछा तो बताया गया कि इस बरसात की वजह से कोई प्रजाति पैदा नहीं हो सकी। परिसर में स्थित विभिन्न प्रकार की प्रजातियों को देखा और उसके बारे में जानकारी ली। कहा, जैव विविधता के दृष्टिगत देखा जाए तो सुरहा ताल और उसके आसपास का एरिया किसी वरदान से कम नहीं है। सिर्फ इसको संयोने की आवश्यकता है।
जर्जर पड़े कूड़ा निस्तारण केंद्र की देखी हालत
जिलाधिकारी ने बसंतपुर में स्थित कूड़ा निस्तारण केंद्र का निरीक्षण किया। उसके जर्जर हालत को देख उसके कारणों की जानकारी ली। डिप्टी कलेक्टर सर्वेश यादव को निर्देश दिया कि इसको शुरू कराने के लिए पूरी गंभीरता से पहल किया जाए। इसके लिए स्वयं जरूरी टिप्स भी दिए। उन्होंने कहा कि पहले इस कूड़ों में से प्लास्टिक को अलग किया जाए। प्लास्टिक के मटेरियल अगर इसमें से अलग हो जाएंगे तो कूड़ा निस्तारण का काम और आसान हो जाएगा। अलग हुए उस प्लास्टिक का सदुपयोग करने के संबंध में जरूरी बातें बताई। कहा कि सड़क निर्माण में इन प्लास्टिक का उपयोग हो सकता है।