बलिया के पांच सांसद, दो मंत्री और तीन-तीन विधायक मिलकर भी बलिया को न तो एम्स दिला पाए, न मेडिकल कालेज। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को भी बलिया से नहीं जोड़ पाए। ऐसे में यहां के जनप्रतिनिधियों पर सवाल तो उठेंगे ही।
बलिया : प्रदेश के 13 जिलों में नए सरकारी मेडिकल कालेज खोले जाने के प्रस्ताव को कैबिनेट ने अपनी मंजूरी दे दी है। ये नए मेडिकल कालेज प्रदेश के कानपुर देहात, चन्दौली, लखीमपुर खीरी, बुलन्दशहर, सोनभद्र (एडी), पीलीभीत, औरैया, ललितपुर, कुशीनगर, गोण्डा, सुल्तानपुर, बिजनौर तथा कौशाम्बी में खोले जाएंगे। कैबिनेट ने यह निर्णय राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कालेज की स्थापना करने के संकल्प के तहत किया है, लेकिन लंबे समय से उम्मीदों में जी रहे बलिया के लोगों को झुनझुना मिला है।
बलिया के साथ हुई नाइंसाफी
मेडिकल कालेज की सूची से बलिया के बाहर होने की जानकारी होने के बाद जनपद के लोगों की उम्मीद टूटी है। विपक्षी दल के नेता भी यहां के जनप्रतिनिधियों पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। बलिया के पांच सांसद, दो मंत्री और तीन-तीन विधायक मिलकर भी बलिया को न तो एम्स दिला पा रहे हैं, न ही मेडिकल कालेज। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को भी बलिया से नहीं जोड़ पाए। बलिया की धरती ने देश के प्रधानमंत्री के रूप में चंद्रशेखर को दिया। अंग्रेजी हुकूमत को उखार फेंकने के लिए 1857 के नायक शहीद मंगल पांडेय को जन्म दिया। साहित्य के क्षेत्र में बात करें तो पंडित हजार प्रसाद द्विवेदी, आचार्य परशुराम चतुर्वेदी जैसे महान विभूतियों को जन्म दिया। इसके बावजूद भी बलिया को विकास के नक्शे से अलग करना बलिया के साथ बहुत बड़ी नांइसाफी है।
विपक्ष ने मांगा सत्ताधारी नेताओं से इस्तीफा
बलिया में विपक्ष के नेताओं ने सत्तधारी नेताओं की इस असफलता के बाद इस्तीफा मांगा है। पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी ने कहा है कि बलिया के प्रति योगी सरकार हमेशा सौतेला व्यवहार करती रही है। आसपास के जिलों में मेडिकल कालेज दिया, लेकिन बलिया को अछूता रखा, यह बलिया के लिए दुर्भाग्य है। पूर्व मंत्री नारद राय ने कहा है कि मैं पहले से भी कहते आ रहा हूं कि भाजपा सरकार में बलिया उनके नक्शे से बाहर है। विकास, कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल है। रसड़ा विधायक उमाशंकर सिंह ने कहा है कि बलिया में एम्स और मेडिकल कालेज बहुत जरूरी है। ऐसे में पूर्वांचल के कुछ जनपदों को मेडिकल कालेज एम्स देना और बलिया को विकास से अछूता रखना कहीं से भी न्यायोचित नहीं है। नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि बलिया में एम्स और मेडिकल कालेज की सख्त जरूरत है। जिले की आबादी 40 लाख होने के बाद भी बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था न होना यह आम लोगों के जीवन के साथ सरकार खिलवार कर रही है। हम लोग चुप नहीं बैठेंगे और बलिया के विकास के लिए हमेशा लड़ते रहे और लड़ते रहेंगे।