बलिया : किसानों के मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री स्व चौधरी चरण सिंह की 118वीं जयंती पर सपा कार्यालय बांसडीह में मनाई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने लोकतंत्र और समाजवाद में विश्वास करने वाले देश के सभी लोगों से अपील किया कि वह खेती और किसानी की रक्षा के लिए गांव-गांव में खेती बचाओ संघर्ष समितियों का गठन करें और किसान आंदोलन के साथ तन मन धन से जुड़ें। ऐसा नहीं करने पर कारपोरेट समूह और किसानों के बीच चल रही आर-पार की यह लड़ाई कमजोर पड़ जाएगी। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के चित्र पर पूष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में बागी बलिया और समाजवादियों को अग्रणी भूमिका में रहना चाहिए। एक तरफ किसान का बेटा देश की सीमाओं की रक्षा में सरहद पर शहादत दे रहा है, वहीं दूसरी ओर किसान देश की राजधानी में जान दे रहे हैं, लेकिन सरकार का राजहठ खत्म ही नहीं हो रहा है। सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के बजाय आंदोलनकारी किसानों को ही गलत बताने में जुटी है। कार्यक्रम में संगठन मंत्री रमेश चन्द्र साहनी, रवींद्र सिंह, संकल्प सिंह, बिहारी पांडेय, रणजीत चौधरी, सत्यम सिंह सन्नी, प्रवीण सिंह, बिक्की, गजेंद्र प्रताप सिंह, यदुनाथ सिंह, बब्बन गिरी, जगमोहन यादव, कौशल पांडेय, बिनय गोंड़, हैप्पी पांडेय आदि मौजद रहे।