बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण से बलिया क्षेत्र का सर्वांगीण विकास होगा। बलिया क्षेत्र पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के जरिए लखनऊ, आगरा व दिल्ली तक तेज व सुगम यातायात कॉरिडोर से जुड़ जाएगा।यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने मुख्यमंत्री को बताया कि यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे 4-लेन का होगा। इसका छह लेन में विस्तार किया जा सकेगा।
बलिया : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण संबंधी कार्यों को प्राथमिकता पर शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इस परियोजना से गाजीपुर और बलिया सहित पूर्वांचल के क्षेत्र सीधे लाभान्वित होंगे। मुख्यमंत्री ने शनिवार को अपने सरकारी आवास पर बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे के संबंध में प्रस्तुतीकरण देखा। उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से बलिया क्षेत्र का सर्वांगीण विकास होगा।
बलिया क्षेत्र पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के जरिए लखनऊ, आगरा व दिल्ली तक तेज व सुगम यातायात कॉरिडोर से जुड़ जाएगा। इससे बलिया क्षेत्र के औद्योगीकरण की राह खुलेगी। एक्सप्रेस-वे परियोजना से जुड़े क्षेत्रों का सामाजिक व आर्थिक विकास होगा। साथ ही, कृषि, वाणिज्य, पर्यटन, हस्तशिल्प व स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा तथा रोजगार के अवसर सृजित होंगे। उन्होंने प्रस्तुतीकरण देखने के बाद बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर सहमति प्रदान कर कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए। यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने मुख्यमंत्री को बताया कि यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे 4-लेन का होगा। इसका छह लेन में विस्तार किया जा सकेगा। इस मौके पर अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल व अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बलिया को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जोडने को दिए थे तीन विकल्प
पूर्वांचल एक्सप्रेसव-वे से बलिया को लिंक एक्सप्रेस-वे के माध्यम से जोडऩे के लिए पूर्व में तीन विकल्प दिए गए थे। विगत 22 जून को लिखे पत्र में मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया था कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे (लम्बाई 340.824 किमी) ग्राम चांद सराय (लखनऊ) से प्रारम्भ होकर एनएच-31 पर स्थित ग्राम हैदरिया (गाजीपुर) पर समाप्त होगा। एक्सप्रेस-वे से बलिया को जोडने के लिए तीन विकल्पों का जिक्र करते हुए राय मांगी गई थी।
ये थे वह तीन विकल्प
पहला विकल्प : पहला विकल्प गाजीपुर-बलिया मार्ग एनएच-31 का है। इसके तहत पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का अंतिम हैदरिया (गाजीपुर) है। यह एनएच-31 से बलिया से जुड़ा है। फिलहाल यह टू लेन है। इस मार्ग के फोर लेन अपग्रेडेशन के लिए एनएचएआई द्वारा डीपीआर तैयार किया जा चुका है। भविष्य में यह मार्ग फोर लेन हो जाएगा। इस विकल्प को अपनाने पर पूर्वांचल एक्सप्रेस से बलिया तक की दूरी 51 किमी होगी।
दूसरा विकल्प : पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से बलिया को जोड़ने का दूसरा विकल्प मोहम्मदाबाद-चितबड़ागांव मार्ग है। यह भी फिलहाल टू लेन है। इस विकल्प के तहत पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से एनएच 31 (श्री जमुना राम डिग्री कालेज के पास) को जोड़ा जा सकता है। इस दशा में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से बलिया तक की दूरी 35 किमी होगी। यह बलिया-लखनऊ की सबसे कम दूरी होगी।
तीसरा विकल्प : तीसरा विकल्प कासिमाबाद-रसड़ा मार्ग का है। वर्तमान में यह सड़क भी टू-लेन है। यूपीडा की ओर से प्रस्तुत इस विकल्प में लिखा है कि वर्तमान में उपलब्ध कासिमाबाद-रसड़ा मार्ग व राज्यमार्ग 34 के द्वारा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को एनएच 31 पर तीखा के पास जोड़ा जा सकता है। इस दिशा में एक्सप्रेस-वे से बलिया तक की दूरी 52 किमी होगी।
अधिकतम 392 किमी दूर होगा लखनऊ
तीनों विकल्पों से लखनऊ-बलिया की दूरी अलग-अलग होगी। विकल्प एक अपनाने पर बलिया से लखनऊ की दूरी 392 किमी, विकल्प दो अपनाने पर 365 किमी तथा विकल्प तीन अपनाने पर बलिया से लखनऊ की दूरी 361 किमी होगी।