ग्राम पंचायतों के संचालन से संबंधित दिए जरूरी दिशा-निर्देश। तालाब, पाथ-वे, ओपेन जिम, कुंआ, खेल मैदान आदि पर रहा विशेष जोर।जिलाधिकारी ने कहा कि आप सभी को यह बहुत ही महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है, इसलिए पूरी गंभीरता से इसका निर्वहन भी करेंगे।
बलिया : जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने जिले की सभी ग्राम पंचायतों के प्रशासकों के साथ बुधवार को विकास भवन सभागार में बैठक की। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायतों में किन कार्यों को फिलहाल प्राथमिकता देनी है। जिलाधिकारी ने कहा कि आप सभी को यह बहुत ही महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है, इसलिए पूरी गंभीरता से इसका निर्वहन भी करेंगे। 15 दिन के अंदर अपने गांवों का भ्रमण कर लें। उसके बाद योजना बनाएं कि कहां क्या बेहतर किया जा सकता है। राजस्व विभाग के कर्मियों संग समन्वय बनाकर बेहतर तरीके से संचालन सुनिश्चित कराएं। डीएम श्री शाही ने कहा कि ग्राम पंचायत में बढ़िया तालाब हो तो उसके किनारे पाथ-वे और पास में कहीं ओपन जिम बनाकर गांव के लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए बढ़िया उपहार दिया जा सकता है। गांव में खेल का मैदान हो तो उसे ठीक कराएंगे। मैदान अगर छोटा भी रहेगा तो वॉलीबॉल या बैडमिंटन के लिए वह उपयोगी हो जाएगा। सरकारी हैंडपंप जहां लगे हैं और वहां पानी निकासी की समस्या है तो वहां सोख्ता गड्ढा बनवाने को प्राथमिकता दिया जाए। गांव में कुंओं को बेहतर बनाने की पहल जरूर करेंगे। यह दायित्व के साथ पुण्य का भी काम होगा। वजह कि माना जाता है कि जहां आर्सेनिक की समस्या है, वहां कुएं काफी कारगर साबित होते हैं। ऐसे में कुएं के जीर्णोद्धार से प्राकृतिक व मानवीय दोनों दृष्टि से लाभ मिलेगा।
बोले सीडीओ-गांव में अधिकारी नहीं बल्कि सामान्य नागरिक की तरह जाएंगे
बैठक में सीडीओ विपिन जैन ने कहा कि गांव में अधिकारी की तरह नहीं, बल्कि एक सामान्य व्यक्ति की तरह भ्रमण करना है। नेहरू युवा केन्द्र व युवक मंगल दल के वालंटियर का सदुपयोग कर सकते हैं। ध्यान रहे कि गांवों में लगातार भ्रमणशील रहना है। कार्य का ब्यौरा नोट करने के लिए स्कूल डायरी की तरह दैनन्दिनी बनाकर उसे मेंटेन करेंगे, जिसे समय-समय पर चेक भी किया जाएगा। सामुदायिक शौचालय व सामुदायिक भवन, तालाब, खेल मैदान जैसे कार्य को प्राथमिकता पर रखना है। बैठक में डीपीआरओ शशिकांत पांडेय, स्वच्छता सलाहकार इसरार अहमद व अन्य अधिकारी थे।