हमारी पाठशाला-हमारी विरासत का शुरू किया गया अभियान, जुटाई जा रही जानकारी। गूगल शीट फार्म के माध्यम से भी मांगा जा रहा विवरण, जिला प्रशासन की अलग पहल। जिलाधिकारी और बीएसए ने जनपद के लोगों से अपील किया है कि वे इस महत्वपूर्ण कार्य में संलग्न गूगल शीट फार्म के माध्यम से विवरण देकर परिषदीय विद्यालयों में अध्ययन रत छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणा तथा शिक्षकों में उत्साह के संचार का माध्यम बनें।
बलिया : शिक्षा के व्यवसायीकारण के समय में बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों से शिक्षा प्राप्त कर महत्वपूर्ण उच्च पदों पर आसीन या समाज में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुए देश और जनमानस को एक नई दिशा प्रदान करने वाले सम्मानित पुरातन छात्र, छात्राओं को अपने परिषदीय विद्यालयों से जुड़ने की एक अनूठी पहल जिलाधिकारी, जिला शिक्षा परियोजना समिति एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, बलिया द्वारा प्रारंभ की गई है। सफलता अर्जित करने वाले ऐसे सभी सफल पुरातन छात्र-छात्रों का विवरण संबंधित विद्यालय में दर्ज होगा। इसके लिए जिलाधिकारी और बीएसए की ओर से हमारी पाठशााला-हमारी विरासत अभियान चलाया जा रहा है। जिला प्रशासन की इस नई पहल से परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों, उनके अभिभावकों और पढ़ाने वाले शिक्षकों को अलग प्रेरणा मिलेगी। जिलाधिकारी श्री हरिप्रताप शाही और बीएसए शिवनारायण सिंह ने एक संयुक्त पत्र जारी कर इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि इन विद्यालयों से निकलने वाले छात्र-छात्राओं ने बड़ी संख्या में जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता अर्जित कर इन पाठशालाओं की सार्थकता व उपयोगिता प्रमाणित की है। इस प्रकार जहां जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफल पुरातन छात्र इन पाठशालाओं की विरासत हैं, वहीं ये पाठशालाएं सफल पुरातन छात्रों हेतु बचपन की स्मृतियों की विरासत हैं। ऐसे सफल पुरातन छात्रों, व्यक्तियों का विवरण विद्यालय या जनपद स्तर पर संकलित नहीं है। अब सभी के विवरण विद्यालयों में अंकित किए जाएंगे। इस अभियान से विद्यालयों में पढ़ रहे छात्रों, अभिभावकों, शिक्षण कार्य कर रहे शिक्षकों में विश्वास बढ़ेगा और उनके उत्साहवर्धन में भी सहायक होगा।
2400 विद्यालयों सुधारी जा रही शिक्षा की गुणवत्ता
बीएसए ने बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चाें को शिक्षित करने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। इन विद्यालयों का कायाकल्प कर शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाया जाना सरकार की प्राथमिककता है। जनपद में संचालित लगभग 2400 ऐसे विद्यालयों में मिशन कायाकल्प व मिशन प्रेरणा के अंतर्गत शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाए जाने का प्रयास जारी है।
बलिया कल्याण व विकास समिति ने शुरू किया यह अभियान
बलिया कल्याण व विकास समिति तथा जला शिक्षा परियोजना समिति ने हमारी पाठशाला-हमारी विरासत अभियान शुरू किया गया है। इसके अंर्तत सलंग्न गूगल शीट प्रसारित की जा रही है। इसमें ऐसे सफल व्यक्ति जो इन विद्यालयों से निकलकर राजनीति, व्यापार, नौकरी, शिक्षण, खेल, पत्रकारिता, कला साहित्य, संस्कृति आदि क्षेत्रों में सफल है, उनका विवरण प्राप्त किया जाना है। इस प्रकार के व्यक्तियों में कुछ व्यक्ति स्मृति शेष है तथा कुछ कार्य क्षेत्र में है। स्मृति शेष महानुभावों का वितरण इस इस अभियान के अंतर्गत एकत्रित करने का प्रयास है। इसके दृष्टिगत संबंधित व्यक्ति के अतिरिक्त अन्य किसी परिचित या जानकार व्यक्ति द्वारा विवरण भरा जाता है तो ऐसे विवरण भरने वाले व्यक्ति का मोबाइल नंबर तथा ईमेल व नाम दिए जाने की व्यवस्था भी उक्त गूगल शीट में है। पुरातन छात्रों द्वारा स्वयं भरे जाने पर अपना मोबाइल नंबर, ईमेल अंकित किया जाना है।