कूट रचना का सच सामने आते ही अधिकारियों के खड़े हुए कान, 179 भूमिहीन ले रहे थे लाभ। भनक लगते ही 18 किसानों ने पत्र सौंप अपने को बताया अपात्र, होगी रिकवरी।
बलिया : सरकारी योजनाओं में अनियमितता न हों, इसके लिए सरकार तमाम जतन करती रही है। लेकिन अफसोस, सेंधमारी हो ही जा रही है। नया मामला ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ का सामने आया है। इस योजना में व्याप्त घोटाले कि परतें एक-एक कर खुलने लगी हैं। गरीब किसानों के लिए संचालित इस योजना में अमीरों ने राजस्व विभाग की मिलीभगत से सेंधमारी की है। इससे विभागीय गलियारें में हड़कम्प मच गया है। ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना’ के तहत बलिया में अब तक 179 अपात्रों को न सिर्फ चिह्नित किया जा चुका है, बल्कि रिकवरी की तैयारी भी कर ली गयी है। कृषि उपनिदेशक इंद्राज ने बताया कि किसान सम्मान निधि का लाभ उठा रहे बांसडीहरोड क्षेत्र के कुछ किसानों की शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी के आदेश पर जांच हुई तो चौकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। पता चला कि इलाके के करीब 179 भूमिहीन किसान कूटरचना के दम पर इसका लाभ ले रहे हैं। बताया कि किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए योजना की गाइडलाइन को दरकिनार कर कुछ अन्य क्षेत्रों में भूमिहीन, सरकारी नौकरी करने वाले एवं आयकर भरने वालों के साथ ही पति-पत्नी व नाबालिगों के नाम पर भी लाभ लेने की शिकायतें मिली हैं। शासन के निर्देश पर इसकी गहनता से जांच कराई जा रही है।
डेढ़ दर्जन अपात्रों ने दिया आवेदन
यही नहीं, अपात्रों के खिलाफ हो रही कार्रवाई को देखते हुए जिले के डेढ़ दर्जन किसानों ने विभाग में प्रार्थना पत्र देकर गलती से सम्मान निधि खाते में जाने की जानकारी दी है। इसे तत्काल बंद कराने की गुजारिश की है।
18000 किसानों की किश्त काफी लटकी
जिले के पंजीकृत लगभग 426281 किसानों में से करीब 18000 किसानों की सम्मान निधि की किश्त काफी दिनों से लटकी पड़ी है। या तो इन किसानों का आधार नंबर गलत है या फिर बैंक खाता में गड़बड़ी है। इन लोंगों की भी गहनता से जांच की जा रही है।
होगी रिकवरी
योजना के शुरू हुए डेढ़ साल से अधिक समय बीत गया, लेकिन अभी तक शत-प्रतिशत किसानों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। वहीं, कुछ अपात्र लोग योजना का लाभ ले रहे हैं।कृषि अधिकारी बिकेश पटेल ने बताया कि अपात्र लोगों से भुगतान की गई धनराशि की हरहाल में वसूली की जाएगी।
परिवार में एक व्यक्ति ही है पात्र
इस योजना के तहत किसान परिवार के एक व्यक्ति को ही इसका लाभ मिल सकता है। किसान सहित उसकी पत्नी या बेटे काे इसका लाभ नहीं मिल सकता है। अगर किसी को दस हजार रुपए तक पेंशन मिलती है, तो उसे भी इस योजना का लाभ नहीं मिल सकता है। इसके अलावा सरकारी कर्मचारी, आयकरदाता, मंत्री, सांसद, विधायक, डॉक्टर, इंजीनियर भी सम्मान निधि के पात्र नहीं हैं।