बलिया में 11 मई से मिलने लगे कोरोना संक्रमित, लॉकडाउन में मची-अफरा-तफरी। चीन के वुहान में दिसंबर में ही कोविड-19 मिलने की हुई थी पुष्टि। देश के केरल में पहला केस 30 जनवरी 2020 को आया सामने।
बलिया : हम जिस खतरनाक कोरोना वायरस कों लेकर अभी भी जूझ रहे हैं, उसके भी एक साल हो गए। चीन की वेबसाइट साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने सरकारी दस्तावेजों के हवाले से खुलासा किया है कि हुबेई प्रांत में पिछले साल 17 नवंबर को ही कोरोना वायरस का पहला मरीज ट्रेस कर लिया गया था। वुहान, हुबेई की राजधानी है। हालांकि, चीन ने पहला मरीज ट्रेस होने के 21 दिन बाद यानी 8 दिसंबर 2019 को कोरोना वायरस के पहले मरीज की जानकारी दी थी। वेबसाइट ने ये भी दावा किया है कि दिसंबर 2019 तक ही चीनी अधिकारियों ने कोरोना वायरस के 266 मरीजों की पहचान कर ली थी। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण का पहला मामला 30 जनवरी 2020 को सामने आया था। कोरोना वायरस का ये पहला मामला दक्षिण भारतीय राज्य केरल से सामने आया था। अब 2021 में सभी यही कामना कर रहे हैं कि यह साल देश और अपने बलिया को खुशहाल रखे।
11 मई को बलिया में मिला था पहला केस
बलिया में पहला केस 11 मई को सामने आया था। चांददियर का एक युवक अपने दस साथियों के साथ अहमदाबाद से 4 मई को जौनपुर पहुंचा, फिर वहां से बस से बलिया आया। इसके बाद उसके साथी अपने घर भी चले गए थे। सभी को क्वारंटाइन सेंटर पर तब क्वारंटाइन किया गया, जब उक्त किशोर के पॉजिटिव होने की बात सामने आई। इससे पहले संदिग्धों में से कुछ ने गांव के बच्चों के साथ क्रिकेट खेला था तो कुछ ने गांव में पार्टी भी की थी। उसके बाद से ही कोरोना का केस बढ़ता ही चला जा रहा है। बलिया के सीएमओ डा. जितेंद्र पाल सहित अब तक 102 लोगों की माैत भी हो चुकी है।
कोरोना काल में हुई अपनों की पहचान
बलिया के लगभग पांच लाख लोग बाहर दूसरे शहरों या महानगरों में रह कर नौकरी करते हैं। लॉकडाउन के दौरान बलिया आने के लिए लगभग 4 लाख लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया था। कोरोना काल में सभी को अपनों की पहचान हुई। कोरोना को लेकर 25 मार्च, 2020 को जब सारे भारत में पहली बार एक साथ लॉकडाउन लागू हुआ तो सभी लोग परेशान हो गए। गुजरात के राजकोट में रहने वाले जयप्रकाशनगर के राजदेव यादव बताते हैं कि उस समय ही पता चला कि अपने लोग कभी भी अपने होते हैं। लॉकडाउन के बाद लगभग कंपनियों ने अपने कामगारों से मुंह मोड़ लिया था। उसके बाद तो सभी किसी भी तरह से घर पहुंचने का ठान लिया। बाद से सरकार ने भी मदद की और ट्रनों से घर पहुंचने की सुविधा दी गई।
- कोविड-19, लॉकडाउन और बलिया
- बलिया की कुल आबादी-3239774 (2011 की जनगणना के अनुसार)
- बाहर रहने वाले लोगों की संख्या-लगभग 5 लाख
- बलिया आने के लिए प्रवासियों ने किया था आवेदन-लगभग-4 लाख
- लॉकडाउन में ट्रेनों, बसों से प्रतिदिन आ रहे थे-लगभग 4000 प्रवासी
- अब तक हुई मौत-102