स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने पुस्तिका जारी कर दी यह जानकारी। वैक्सीन के लिए पंजीकरण कराना होगा अनिवार्य, दिखाने होंगे आईडी कार्ड। पंजीकरण के लिए फोटो के साथ पहचान पत्र दिखाना अनिवार्य होगा। पंजीकरण के लिए आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आइडी एवं पैन कार्ड, पासपोर्ट, जॉब कार्ड, पेंशन दस्तावेज, मनरेगा कार्ड, स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, सांसदों, विधायकों, एमएलसी को जारी आधिकारिक प्रमाण पत्र, बैंक, पोस्ट ऑफिस द्वारा जारी पासबुक, केंद्र, राज्य सरकार या पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा जारी सेवा आईडी कार्ड देना जरूरी होगा।
बलिया : राज्य सरकार की ओर से कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए वैक्सीन देने की तैयारी जोरों पर है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा ड्राई रन यानी पूर्वाभ्यास भी किया गया। इससे सभी लोग कुछ राहत महसूस कर रहे हैं, वहीं कुछ लोगों के मन में टीकाकरण को लेकर कई सवाल हैं। इस शंका को दूर करने के लिए परिवार कल्याण मंत्रालय ने टीकाकरण से जुड़े महत्वपूर्ण सवालों का जवाब देते हुए एक पुस्तिका जारी कर टीकाकरण से संबंधित आशंकाओं व भ्रांतियों को भी दूर किया है। यह जानकारी जिला प्रतिरक्षा अधिकारी डॉ.एके मिश्रा ने दी। उन्होंने बताया की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने जानकारी दी है कि उच्च जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन के लिए चिन्हित किया गया है। इन्हें तीन समूहों में बांटा गया है। पहले समूह में हेल्थकेयर औकोविड संक्रमण से बचाव के लिए पूरी तरह सुरक्षित व असरदार है वैक्सीनर फ्रंटलाइन वर्कर शामिल हैं। दूसरे समूह में 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति तथा जो पहले से ही किसी रोग से ग्रसित हैं। इसके बाद अन्य आम लोगों को वैक्सीन उपलब्ध कराया जाएगा। भारत में कोरोना वैक्सीन उतनी ही प्रभावी होगी जितनी अन्य देशों द्वारा विकसित वैक्सीन है। विभिन्न चरणों में वैक्सीन का परीक्षण के इसकी सुरक्षा और प्रभाव को सुनिश्चित करने के लिए ही किया जाता है। सुरक्षा और प्रभाव की जांच के आधार पर ही मंजूरी मिलती है।
कोविड वैक्सीनेशन के लिए पहले होगा पंजीकरण
कोविड वैक्सीनेशन के लिए पात्र लाभार्थियों को पहले पंजीकरण कराना होगा। कोई व्यक्ति बिना पंजीकरण के कोरोना वैक्सीन नहीं प्राप्त कर सकता है। कोरोना वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण के बाद ही सत्र स्थल और समय की जानकारी दी जाएगी। ऑनलाइन पंजीकरण के बाद लाभार्थी को वैक्सीनेशन की नियत तिथि, स्थान और समय के बारे में मोबाइल पर एसएमएएस प्राप्त होगा। कोरोना वैक्सीन की उचित खुराक मिलने पर लाभार्थी को उनके मोबाइल नंबर पर एक क्यूआर कोड आधारित प्रमाण पत्र भी भेजा जाएगा।
इन सावधानियों का भी करना होगा पालन
कोरोना वैक्सीन लेने के बाद कम से कम आधे घंटे तक वैक्सीनेशन केंद्र में आराम करना चाहिए। यदि बाद में कोई असुविधा या बेचैनी महसूस होती है तो निकटतम स्वास्थ्य अधिकारियों, एएनएम और आशा को इसकी सूचना दें। कोरोना अनुरूप व्यवहारों जैसे मास्क पहनना, हाथ की सफाई और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखने का पालन करें।
मधुमेह व उच्च रक्तचाप पीड़ित के लिए जरूरी
यदि कोई कैंसर मधुमेह, उच्च रक्तचाप आदि जैसी बीमारियों की दवा ले रहा है तो वह भी कोरोना वैक्सीन ले सकता है। इनमें से एक या एक से अधिक स्वास्थ्य परिस्थितियों वाले व्यक्तियों को एक उच्च जोखिम वाली श्रेणी माना जाता है। कोविड संक्रमितों को भी वैक्सीनेशनेशन की आवश्यकता है।
28 दिनों के अंदर लेनी होगी दूसरी खुराक
कोरोना वैक्सीन व्यक्ति की रजामंदी के बाद ही दिया जाना है। स्वयं की सुरक्षा और बीमारी के प्रसार को सीमित करने के लिए कोरोना वैक्सीन आवश्यक भी है। साथ ही वैक्सीन की पूरी खुराक पूरा करने के लिए 28 वेंं दिन इसकी दूसरी खुराक लेने की सलाह दी गई है।