बलिया : जनपद में संचालित अंग्रेज़ी माध्यम के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों की एक दिवसीय कार्यशाला शुक्रवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर हुई। इसमें रसड़ा, नवानगर, पंदह, नगरा, चिलकहर व सीयर क्षेत्र के अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों के 60 प्रधानाध्यापकों ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला में जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने शिक्षकों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि अंग्रेजी भाषा को बच्चों की आदतों से जोड़कर उसे विकसित किया जाए। उन्होंने बच्चों की समझ को परखने व उसे आत्मसात करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि मानव का विकास भाषा के साथ चलता है तथा यह आजीवन चलती रहने वाली प्रक्रिया है। जब बच्चे सुनकर समझने लगे और परिस्थिति के अनुसार सुगम व सरल प्रवाह में प्रयोग करने लगे तभी हम अंग्रेज़ी माध्यम विद्यालय की कल्पना को साकार कर सकते हैं। अंग्रेजी को शुद्ध व सरल वाक्यों में व्यक्त करना बच्चों की आदत में शुमार होना चाहिए। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी विपिन कुमार जैन ने शिक्षकों को आधार मजबूत करने व भाषा के माध्यम से बच्चों और अभिभावकों के निकट पहुंचने की कोशिश करने पर बल दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवनारायण सिंह ने अंग्रेजी भाषा की महत्ता और प्राथमिकता पर प्रकाश डालते हुए किया। प्राथमिक विद्यालय देवकली व प्राथमिक विद्यालय वैना की पूनम सिंह और सरवत अफ़रोज़ ने अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों के प्रति बढ़ रहे आकर्षण व नामांकन के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम को संयुक्त रूप से एसआरजी संतोष चंद्र तिवारी, चित्रलेखा सिंह व एआरपी शशिभूषण मिश्र ने संचालित किया। इस दौरान जिला समन्वयक नुरुल हुदा, खंड शिक्षा अधिकारी ओम प्रकाश दुबे, अब्दुल अव्वल, संजीव ठाकुर आदि थे। अंत में जिला समन्वयक ( प्रशिक्षण) प्रवीण कुमार यादव ने आभार व्यक्त किया।