कई महावत मिल कर करते रहे प्रयास, फिर भी बेकाबू ही रहा हाथी। वन विभाग व महावतों के लंबे प्रयास के बाद शाम चार बजे हुआ शांत। हाथी को देख मौके पर मची भगदड़। महावत उसे लेकर गया था अपने गांव। लौटते वक्त सड़क पर ही उखड़ गया।
बलिया : क्षेत्र के धतुरी टोला गांव में रविवार को काफी मशक्कत के बाद पागल हाथी पर काबू पाया गया। उसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। बैरिया निवासी हरेंद्र सिंह का हाथी धतुरीटोला निवासी जुमाद्दिन महावत शनिवार की शाम अपने गांव धतुरी टोला लेकर चला गया था। रविवार को सुबह लगभग नौ बजे हाथी लेकर जा रहा था कि गांव से उत्तर त्रिमुहानी पर सामने से पिकअप आते देख हाथी पगला गया और पिकअप को पलट कर उसे तोड़ने लगा। पिकअप पर सवार दो लोगों ने किसी तरह भाग कर अपने को सुरक्षित किया।
इस दौरान महावत उसे नियंत्रित करने का काफी प्रयास किया लेकिन वह बेकाबू ही होता चला गया। सूचना पर हाथी मालिक दूर दराज से महावतों को बुलाए, सभी महावत मिलकर उसे नियंत्रित करने का प्रयास भी फिर भी उन्हें सफलता नहीं मिली। आसपास के लोगों के सूचना देने के चार घंटे बाद वन विभाग के वन दरोगा रामजी पांडेय की टीम पहुंची। उस वक्त तक महावतों व ग्रामीणों ने हाथी को लोहे के सीकड़ में जकड़ लिया था। हाथी का बिगड़ा रूप देखने वाले भी सहम गए थे। हाथी जिस ओर जाता था लोग भागने लगते थे। लगभग पांच घंटे के बाद वन विभाग और महावतों के संयुक्त प्रयास से शाम चार बजे हाथी काबू में आया। उसके बाद महावत उसे गंतव्य तक ले गए।